प्रदेश में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान कल, मुख्यमंत्री सहित आठ मंत्रियों के भाग्य का होगा फैसला

0 राज्य  के एक करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग
रायपुर। छत्तीसगढ़ में दूसरे और आखिरी चरण के लिए राज्य के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 22 जिलों की 70 सीटों पर शुक्रवार 17 नवंबर को मतदान होगा। अधिकारियों ने बताया कि राजिम जिले के नक्सल प्रभावित बिंद्रानवागढ़ विधानसभा सीट के नौ मतदान केंद्रों को छोड़कर सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक है।
नक्सल प्रभावित नौ मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। बिंद्रानवागढ़ सीट के जिन मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोटिंग होगी वे कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि इन मतदान केंद्र क्षेत्रों में चुनाव प्रचार दोपहर बाद तीन बजे और अन्य स्थानों पर शाम पांच बजे समाप्त हो गया। दूसरे चरण के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 958 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिनमें 827 पुरुष, 130 महिला और एक उम्मीदवार तृतीय लिंग का है।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के मतदान के दौरान राज्य  के एक करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 81 लाख 41 हजार 624 पुरुष मतदाता, 81 लाख 72 हजार 171 महिला मतदाता तथा 684 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। दूसरे चरण में कुल 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 700 संगवारी मतदान केंद्र हैं जहां सिर्फ महिला मतदानकर्मी ही पदस्थ रहेंगी।
गौरतलब है कि दूसरे चरण में सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार रायपुर शहर पश्चिम में हैं जबकि सबसे कम चार उम्मीदवार डौंडीलोहारा सीट पर हैं। दूसरे चरण कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (पाटन सीट), राज्य विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत (सक्ती), उप मुख्यमंत्री  टीएस सिंह देव (अंबिकापुर), गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (दुर्ग ग्रामीण) और रवींद्र चौबे (साजा) सहित राज्य के आठ मंत्रियों के भाग्य का फैसला होगा।
वहीं भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव (लोरमी), नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (जांजगीर-चांपा), केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह (भरतपुर-सोनहत-एसटी), सांसद गोमती साय (पत्थलगांव-एसटी), वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), अजय चंद्राकर (कुरुद) और पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली) दूसरे चरण में प्रमुख उम्मीदवार हैं।
मुख्यमंत्री बघेल अपनी पारंपरिक पाटन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां भाजपा ने उनके दूर के भतीजे और पार्टी के सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के पाटन से मैदान में उतरने से मुकाबले में एक और आयाम जुड़ गया है।
अंबिकापुर में टीएस सिंह देव के खिलाफ भाजपा ने नए चेहरे राजेश अग्रवाल को उतारा है। अग्रवाल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। प्रचार के आखिरी दिन शाह, जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री और राहुल गांधी ने प्रचार किया। पिछले विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने इन 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 51 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को चार और बसपा को दो सीटों पर जीत मिली थी। बाद में कांग्रेस ने उपचुनाव में एक और सीट जीत ली थी।
राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 12 सीटों समेत 20 सीटों पर सात नवंबर को मतदान हुआ था। पहले चरण में 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रदेश में 2018 के चुनाव में कांग्रेस को राज्य में 68 सीटें मिली थी तथा भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। इस चुनाव जेसीसी (जे) को पांच और बसपा को दो सीटें मिली थी। कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है।