प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत बीस विधानसभा क्षेत्रों में कल मतदान , दो सौ तेईस उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का होगा फैसला

रायपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत बीस विधानसभा क्षेत्रों में कल मतदान होगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कल जिन बीस विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, उनमें से दस विधानसभा क्षेत्रों – अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा और मोहला-मानपुर में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। वहीं, दस अन्य विधानसभा क्षेत्रों – पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में पच्चीस महिला सहित कुल दो सौ तेईस उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, आदिम जाति कल्याण मंत्री मोहन मरकाम, विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी, विक्रम उसेंडी और महेश गागड़ा शामिल हैं।
कल जिन बीस विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, उनमेंं से बारह अनुसूचित जनजाति और एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
पहले चरण में चालीस लाख अठहत्तर हजार छह सौ इक्यासी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। इनमें उन्नीस लाख तिरानवे हजार नौ सौ सैंतीस पुरूष, बीस लाख चौरासी हजार छह सौ पचहत्तर महिला और उनहत्तर तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। इस चरण में अट्ठारह से उन्नीस आयु वर्ग के ऐसे मतदाता जो पहली बार वोट डालेंगे, उनकी संख्या करीब एक लाख चौंसठ हजार हैं। वहीं, दो सौ छियानवे मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र सौ वर्ष से अधिक है।
पहले चरण के चुनाव के लिए पांच हजार तीन सौ चार मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से दो सौ मतदान केन्द्र संगवारी मतदान केन्द्र होंगे, जिनका संचालन महिला कर्मियों द्वारा किया जाएगा। वहीं, बीस मतदान केन्द्र दिव्यांगजनों द्वारा और अन्य बीस मतदान केन्द्र युवाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। इसके अलावा एक सौ दो मतदान केन्द्रों को आदर्श मतदान केन्द्र के रूप में बनाया गया है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कल दो हजार चार सौ इकतीस मतदान केन्द्रों पर लाइव वेब कास्टिंग कराई जाएगी, जिसके माध्यम से आयोग इन मतदान केन्द्रों पर हो रहे मतदान पर सीधे नजर रख सकेगा।
कल होने वाले मतदान के लिए करीब पच्चीस हजार मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस चुनाव में अस्सी वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग लोगों और दिव्यांगजनों को घर बैठे डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि प्रथम चरण में एक हजार पांच सौ छिहत्तर लोगों ने इस         सुविधा का लाभ उठाते हुए घर से मतदान किया है।
इस बीच, मतदान को लेकर सभी मतदान केन्द्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अंदरूनी क्षेत्रों में केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल, डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और बस्तर फाइटर्स जैसे विशेष बलों को तैनात किया गया है। ये विशेष बल पड़ोसी राज्य – तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिषा की सीमाओं पर तैनात किए गए हैं। माओवाद प्रभावित अति-संवेदनशील छह सौ से अधिक मतदान केन्द्रों में त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। वहीं, माओवादी गतिविधियों की ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिये निगरानी की जाएगी। सुरक्षा कारणों के चलते बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दंतेवाड़ा और कोंटा की एक सौ उनचास मतदान केन्द्र को नजदीकी थाना और सुरक्षा कैम्प के पास स्थानांतरित किया गया है। साथ ही बस्तर संभाग के दुर्गम और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में एक सौ छब्बीस गांव ऐसे हैं, जहां पहली बार मतदान केन्द्र बनाया गया है। वहीं, मतदान दलों को अंदरूनी क्षेत्र के एक सौ छप्पन से अधिक मतदान केन्द्रों में हेलीकॉप्टर के जरिये पहुंचाया गया है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि पूरे बस्तर संभाग में मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने आम नागरिकों और मतदाताओं को आश्वस्त करते हुए कहा है कि वे बिना किसी डर और भय के मतदान केन्द्र तक पहुंचे और अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाते हुए मतदान करें।
इस बीच, राज्य शासन ने कल सात नवंबर को मतदान के दिन संबंधित क्षेत्रों में सामान्य अवकाश घोषित किया है।