भगवान झूलेलाल के नाम पर आपत्तिजनक टिप्पणी; सिन्धी समाज आक्रोशित, कार्रवाई की मांग

 

भाटापारा। सिन्धी समाज की मांग पर कटोरा तालाब का नामकरण “भगवान झूलेलाल” के नाम पर “झूलेलाल सरोवर” किया गया। यह प्रशासनिक संवैधानिक तरीके से किया गया, जिसमें सरकार के द्वारा पूर्ण सहमति थी, जिसको लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से जुड़े हुये सौरभ चंद्राकर की पोस्ट पर माहौल गरमा गया है। उस पर भगवान झुलेलाल के नाम से आपत्तिजनक टिप्पणी की गई , जिस पर अपमानजनक कमेन्ट आये थे। जिसको लेकर सिन्धी समाज आक्रोशित हो गया। सौरभ चंद्राकर के खिलाफ कार्यवाही को लेकर सिन्धी समाज के भाटापारा के लोगों ने भी थाने में जाकर ज्ञापन सौंपा है और समुचित कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि विगत कुछ समय से सोशल मिडिया पर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के नाम से उनके पदाधिकारी सौरभ चंद्राकर एवँ उनके साथियों द्वारा सिन्धी समाज के ईष्ट देव भगवान श्री झूलेलाल जी के ऊपर अपमान जनक टिप्पणी कर रहे है, जिससे ना केवल सिन्धी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है और समाज की भावनाएं आहत हुई है । जिससे छत्तीसगढ़ का शांत और सौहार्दपूर्ण माहौल ख़राब हो रहा है।
इसी कड़ी में भाटापारा सिंधी समाज ने पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी तथा एस डी ओ पी को छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के सौरभ चंद्राकर व साथियों के खिलाफ कार्रवाई बाबत ज्ञापन सौंपा गया। शहर थाना भाटापारा में सेंट्रल सिंधी पंचायत एवं पूज्य बिरादरी पंचायत के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे। मौके पर प्रमुख रूप से सिंधी समाज के मुखिया अनिल रो चलानी पूज्य बिरादरी पंचायत के अध्यक्ष राजाराम बाजाज, गिरधर गोविंदानी श्रीचंद छाबड़िया रंजीत दावानी, कैलाश बालानी,राकेश मंधान, महेश चंदनानी, सुदामा मंधान सहित बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोग मौजूद थे। पुलिस प्रशासन से आग्रह किया गया है कि दोषियों के खिलाफ तत्काल प्रथम सूचना दर्ज (FIR) करके उनके खिलाफ शीघ्रातिशीघ्र ठोस कार्यवाही की जाये जिससे वो बार-बार छत्तीसगढ़ के शांत एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण को दूषित करने की हिम्मत ना कर सके।