केंद्र सरकार के कृषि बिल को छत्तीसगढ़ में लागू होने नहीं देंगे: निर्मल कोसरे

पाटन से नीरज सोनी की रिपोर्ट

पाटन। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि बिल के विरोध में प्रदेश एवं जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पाटन के द्वारा पाटन विधानसभा में सघन हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत रविवार को ग्राम- बठेना, तर्रा एवं सेलूद में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।

इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस के जिलाध्यक्ष निर्मल कोसरे ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल किसान के हित में नहीं है। इसे छत्तीसगढ़ में लागू होने नहीं दिया जाएगा। इस बिल में एक देश, एक बाजार का उल्लेख है, लेकिन उपज के मूल्य का निर्धारण कहीं पर नहीं है। भंडारण की छूट से आम जनता को काफी नुकसान होगा। इस बिल से बड़े-बड़े उद्योगपतियों एवं व्यापारियों को ही लाभ होगा। मोदी सरकार यदि वास्तविक में किसानों के हितैषी है तो जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार 2500 ₹ में धान खरीद रही है। पूरे देश में 2500 ₹ मूल्य में धान खरीदी का नियम बनाकर लागू करें अन्यथा यह बिल वापस लें। वास्तविक वस्तु अधिनियम के तहत प्याज को अलग करने से ही आज प्याज की कीमत आसमान छू रही है।

जिला कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव ग्रामीण के अध्यक्ष पदम कोठारी ने कहा कि मोदी सरकार लगातार किसान के विरोध में निर्णय ले रही है, जिससे किसान को लगातार नुकसान हो रहा है। पहले जीएसटी-नोटबंदी लागू किया जिससे लोग आज भी परेशान है। अब कृषि बिल लाकर किसानों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है।

पाटन ब्लॉक अध्यक्ष मेहत्तर वर्मा ने इस बिल की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इससे मंडी प्रथा ध्वस्त हो जाएगी एवं किसान बिचौलियों के पास धान बेचने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

जोन प्रभारी अश्वनी साहू ने कहा कि भाजपा के सांसद और उनके कार्यकर्ताओं को किसानों की चिंता नहीं है, अपितु अपने दारू चोरी में अंदर गए लोगों को बचाने की चिंता है।

इस अवसर पर जिला पंचायत के पूर्व सभापति श्रीमती जयश्री वर्मा, जवाहर वर्मा, संजय यदु, सरपंच संघ अध्यक्ष सुरेंद्र गायकवाड, भागवत बंछोर,ब लोचन यादव, सेक्टर प्रभारी गण जनपद सदस्य गण,अशफाक अहमद, अमीर, विक्रांत यादव, शुभम बंजारे सहित सैकड़ों की संख्या में किसान एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।

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