भाटापारा से संतोष अग्रवाल
भाटापारा/ शुक्रवार से बस संचालन शुरू होेने की खबरे आ रही थी जिसके विपरीत भाटापारा मे बसो का संचालन रोक दिया गया है बसो के पहिए थमे रहेंगे । भाटापारा मे बस कर्मचारी संघ के द्वारा मोर्चा खोला दिया गया है ।, लॉक डाउन के बाद से बस कर्मचारियों की हालत बहुत खराब हो चुकी है आर्थिक रूप से बेहद संकट के दौर से इन्हें गुजारना पड़ रहा है इन लोगों ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से बीते 6 माह का गुजारा भत्ता दिए जाने की मांग रखी है और पिछले काफी समय से यह लो इस मामले को लेकर विभिन्न लोगों से मिल चुके हैं जिसमें सत्तापक्ष के कांग्रेस के लोग और भाटापारा के विधायक भी शामिल है किंतु अभी तक इन लोगों का कुछ भी नहीं हो पाया है । जिसकी वजह से यह लोग काफी ज्यादा नाराज हैं। भाटापारा के पुराने बस स्टेंड मे शुक्रवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया जिसमे सैकड़ो की संख्या मे बस कर्मचारी शामिल हुए और अपनी समस्याओ को बस कर्मचारी संध रायपुर अध्यक्ष जितेंद्र शुक्ला के समक्ष रखा । बसो का संचालन पिछले 6 महिनो से बंद है जिसके कारण बेरोजगारी की समस्या कर्मचारीयो के सामने खड़ी है वही अपने परिवार को चलाने एवं बच्चो की शिक्षा को लेकर चिंता चताई । केंद्र एवं प्रदेश सरकार से पिछले 6 महिनो से बेरोजगार पड़े होने के चलते गुजारा भत्ता की मांग पर अड़े है जिसके चलते भाटापारा क्षेत्र की मार्गो मे चलने वाले बसो के पहिए रोक दिए गए है । वही बस कर्मचारीयो ने कहा कि आगामी 14 सितंबर को रायपुर मे बस कर्मचारीयो का महाधरना है जिसके बाद ही बस संचालन का निर्णया लिया जा सकेगा। लेकिन फिलहाल तब तक बसो का संचालन भाटापारा से नही किया जाएगा । बस कर्मचारीयो ने बताया कि पिछले 6 महिनो से बसो का संचालन नही करने से कई लोग बेरोजगार हो चुके है वही परिवार को भुखो मरने की स्थिति मे कोरोना संक्रमण काल ने भेजा है वही बच्चो की शिक्षो के लिए चिंता का विषय बना हुआ है वर्तमान मे आॅनलाइन पढाई बच्चो की हो रही है जो हम बस कर्मचारीयो को मंहगी पड़ रही है , आॅनलाईन पढ़ाई के लिए मंहगा मोबाइल चाहिए वही मंहगा रिचार्ज होना चाहिए तब नेट सही काम करता है जो वर्तमान के बेरोजगारी वाले समय मे संभव नही है , कुल मिलाकर जीवन चलाने का संकट है जिससे जुझ रहे है और सरकार 6 महिनो का गुजारा भत्ता नही देती तब तक हम बसो का संचालन नही होने देंगे।