रायपुर। राजधानी स्थित शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर में बीते गुरुवार को जोन स्तरीय राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी 2025-26 का आयोजन हुआ। संगोष्ठी का विषय था” क्वांटम युग का आगाज- संभावनाएं एवं चुनौतियां “जो आधुनिक विज्ञान की नवीनतम प्रौद्योगिकी पर केंद्रित था। उक्त कार्यक्रम का आयोजन रमन विज्ञान केंद्र एवं तारा मंडल नागपुर, छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद रायपुर के तत्वावधान में तथा शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर के प्राचार्य श्री आलोक कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रायपुर जोन के बलौदा बाजार, भाटापारा, महासमुंद, गरियाबंद एवं रायपुर जिलों से चयनित छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने क्वांटम तकनीक के अनुप्रयोगों जैसे साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं ,ऊर्जा प्रणालियों एवं रक्षा संचार पर प्रभावशाली व्याख्यान दिया। क्वांटम प्रौद्योगिकी पर संभावित अनुप्रयोग, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, मौसम, पूर्वानुमान ,चिकित्सा सेवाओं, रक्षा, संचार, ऊर्जा प्रणालियों जैसे बहुक्षेत्रीय विधाओं में क्वांटम मेकैनिज्म से आने वाले परिवर्तनों पर बाल वैज्ञानिकों के द्वारा अपने ज्ञान से श्रोताओं को स्तब्ध किया ।निर्णायक मंडल में विषय विशेषज्ञ विद्वान डॉक्टर बी. जी. शर्मा,प्राध्यापक, नागार्जुन शासकीय विज्ञान महाविद्यालय रायपुर एवं डॉ रवि शर्मा, प्राध्यापक, शासकीय कन्या महाविद्यालय रायपुर ,सम्मिलित थे। उन्होंने गहन मूल्यांकन कर बाल वैज्ञानिक भूमिका जोशी रायपुर व चेतन तिवारी भाटापारा ,बलोदाबाजार को प्रथम स्थान से सम्मानित किया । द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से बाल वैज्ञानिक अभिक रॉय ,रायपुर एवं गरिमा सोनी ,महासमुंद को प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन विज्ञान प्रभारी श्रीमती मंजूषा तिवारी के निर्देशन में हुआ। इस कार्यक्रम में श्री सतीश तिवारी, श्री शांतनु विश्वास, श्रीमती कल्पना देशमुख ,डॉ भावना बैरागी ,श्रीमती सुलभा उपाध्यक्ष, श्रीमती संगीता कर्मकार एवं डॉ स्वीटी चंद्राकर की गरिमामई उपस्थिति रही। संगोष्ठी के उपरांत पुरस्कार वितरण समारोह संपन्न हुआ प्राचार्य श्री आलोक शर्मा ने अपने प्रेरणास्पद उद्बोधन द्वारा प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया।श्रीमती शेफाली मिश्रा एवं श्रीमती मंजूषा तिवारी द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
“क्वांटम युग का आगाज- संभावनाएं एवं चुनौतियां” विषय पर हुई संगोष्ठी
