बालकोनगर। शिक्षक वे मार्गदर्शक होते हैं जो समाज का भविष्य गढ़ते हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने उनके समर्पण और योगदान को सराहना की। बालको प्रबंधन ने टाउनशिप के विभिन्न विद्यालयों का दौरा कर शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया। ‘गुरु बिन ज्ञान न उपजे, गुरु बिन मिले न मोक्ष’ भाव को जीवंत करते हुए बालको ने 400 से अधिक शिक्षकों का सम्मानित किया।
इस अवसर पर दिल्ली पब्लिक स्कूल, बालको टाउनशिप स्कूल (बीटीएस), डीएवी, मिनीमाता, शासकीय कन्या विद्यालय, परसाभाठा, एमजीएम, बालसदन, शिक्षानिकेतन, चंद्रोदय, जीएस सेक्टर-5, स्वामी आत्मानंद तथा आदर्श मंदिर विद्यालयों का दौरा किया गया। प्रबंधन द्वारा शिक्षकों से संवाद किया गया और उनके अथक परिश्रम को सराहा। इस दौरान शिक्षकों को एक छोटा-सा उपहार भेंट कर उनके समर्पण और मेहनत को प्रणाम किया गया।
शिक्षकों ने हर्ष और आत्मीयता से आभार को स्वीकार किया। यह केवल एक सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि कृतज्ञता और संबंधों का पल था, जिसने बालको और स्थानीय शैक्षिक समुदाय के बीच रिश्तों को और मजबूत किया। बालको की यह सार्थक पहल वास्तव में शिक्षक दिवस की भावना को प्रकट करती है और उन गुरुओं को सम्मान देती है जो अपना जीवन ज्ञान, संस्कार और राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में समर्पित करते हैं।
बालको की यह पहल केवल शिक्षकों के प्रति सम्मान ही नहीं, बल्कि समाज के भविष्य निर्माण में उनकी भूमिका को मान्यता देने का भी प्रतीक है। कंपनी ने एक बार फिर सिद्ध किया कि वह औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ सामाजिक और शैक्षिक विकास में भी निरंतर योगदान दे रही है।