दुर्ग/ दुर्ग भिलाई सीमा पर 70 साल पुराना ठगड़ा बांध के पास रेलवे क्रासिंग बार बार बंद रहने के कारण आम जनता को समय और पेट्रोल डीजल का भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। अब ब्रिज निर्माण से स्कूल अस्पताल व शहर मुख्यालय में पहुंचना होगा आसान। ठगड़ा बांध ओवरब्रिज निर्माण के लिए बिजली एवं टेलीफोन के तार की शिफ्टिंग व बाईपास सड़क का कार्य पूर्ण होने के बाद ब्रिज के 37 पिल्लरों पर पूरा स्ट्रक्चर बन कर खड़ा हो चुका है व लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 23 करोड़ 65 लाख की राशि का सिविल कार्य लोनिवि ब्रिज विभाग व 14 करोड़ 92 लाख का सिविल कार्य रेल्वे के हिस्से में कराया जा रहा है। कुल 41 करोड़ की लागत से बन रहे ब्रिज के निरीक्षण में पहुंचे विधायक अरुण वोरा को अधिकारियों ने बताया कि ब्रिज निर्माण पूर्णता की ओर है सितंबर माह में रेल्वे के हिस्से में 15 गर्डर की लांचिंग की जाएगी। इसके ही बाद डामरीकरण एवं रंगरोगन का कार्य पूर्ण होगा। गर्डर लांचिंग के लिए रेलवे से अनुमति प्राप्त हो चुकी है तैयारी पूर्ण कर दल्ली राजहरा रेल लाइन को कुछ घंटो के लिए ब्लॉक कर गर्डर चढ़ाया जाएगा। श्री वोरा ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के उपरांत भी कार्य तीव्र गति से प्रारंभ है। दुर्ग भिलाई ट्विन सिटी के नागरिकों को सेतू निर्माण मिल का पत्थर साबित होगा।
आवागमन में समय के साथ ही ईंधन की भी बचत होगी। ब्रिज के निरीक्षण के दौरान लोनिवि प्रभारी अब्दुल गनी, राजेश शर्मा, संजू धनकर, ब्रिज विभाग के सब इंजीनियर आईएन देशमुख आदि उपस्थित थे।