नगरीय निकाय चुनाव: प्रदेश में 68 फीसदी से अधिक मतदान

रायपुर। प्रदेश के दस नगर पालिक निगम, उनचास नगर पालिका परिषद और एक सौ चौदह नगर पंचायतों सहित एक सौ तिहत्तर नगरीय निकायों में आज शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हुआ। अंतिम आंकड़े मिलने तक प्रदेशभर में 68 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज हुआ है। हालांकि, यह आंकड़े अंतिम नहीं हैं। मतदान के बाद उनासी महापौर प्रत्याशी सहित दस हजार एक सौ दस प्रत्याशियों का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन-ईव्हीएम में कैद हो गया है। इस चुनाव में छह सौ चार प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिए और नौ हजार चार सौ सत्ताईस प्रत्याशी पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा तीन वार्डों में हुए उपचुनाव में छह प्रत्याशियों का भाग्य भी आज ईव्हीएम में कैद हो गया। मतदान के लिए प्रदेशभर में पांच हजार नौ सौ संतावन पोलिंग बूथ बनाए गए थे। वहीं, उपचुनाव के लिए चौदह पोलिंग बूथ बनाए गए थे। सभी पोलिंग बूथों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे।
मतदान आज सुबह आठ बजे से शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। मतदान को लेकर सुबह से ही मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया और पोलिंग बूथ के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। वहीं, कई मतदान केन्द्रों में ईव्हीएम मशीनों के खराब होने के कारण लोगों को काफी देर तक लाइन में खड़े रहना पड़ा। जबकि, कई क्षेत्रों में बूथ क्रमांक बदल जाने और मतदाता सूची में नाम न होने के कारण मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।रायपुर के रविशंकर शुक्ल वार्ड में नौ सौ लोगों के नाम मतदाता सूची में नहीं होने पर मतदाताओं ने हंगामा किया।

मतदान शांतिपूर्ण संपन्न

राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने कहा कि आज मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है।
श्री सिंह ने कहा कि जिन मतदान केन्द्रों में ईव्हीएम खराब होने की शिकायत मिली, वहां तत्काल मशीनों को बदल दिया गया।
मतदाता सूची में नाम न होने की मतदाताओं की शिकायत पर राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं को अपना नाम जुड़वाने का पूरा अवसर दिया गया था।
नगरीय निकाय चुनाव के तहत आज हुए मतदान के दौरान मतदाताओं के लिए पोलिंग बूथों में आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं। बुजुर्गां के लिए व्हीलचेयर, दिव्यांगों के लिए रैम्प के साथ ही मतदाताओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था भी पोलिंग बूथों पर की गई थी।
धमतरी जिले में स्काउट-गाईड और रेडक्रॉस के वॉलिंटियर्स ने मतदाता मित्र बनकर बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को मतदान केन्द्रों तक ले जाने में उनकी मदद की।