प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की निर्मम हत्या, आरोपी गिरफ्त्तार 

0 मृत्युंजय चतुर्वेदी 

मनेद्रगढ़ /सूरजपुर।सूरजपुर शहर में बीती रात दोहरे हत्याकांड की वारदात हुई, जिसमें कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी व बेटी की घर में घुस कर निर्मम हत्या कर दी गई। इनका शव सोमवार को शहर से करीब चार किलोमीटर दूर ग्राम पीढ़ा में सड़क के दोनों ओर पाया गया। दोहरे हत्याकांड से शहर में आक्रोश भड़क उठा और आक्रोशित भीड़ ने हत्या के संदेही युवक के घर को ही आग के हवाले कर दिया। शहर की सारी दुकानें बंद रहीं, वहीं पूरे दिन तनाव का माहौल बना हुवा रहा। आक्रोशित लोग आरोपी के गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिन भर कोतवाली के सामने डटे रहे और सड़क जाम कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रही , जबकि पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने में लगी रही। घटना की जानकारी मिलने ही पुलिस के आला अधिकारी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर दोनों शवों को पोस्टमार्टर्म के लिए जिला अस्पताल भिजवाया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सूरजपुर कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख नगर के वार्ड क्रमांक 2 महगांव, रिंग रोड स्थित एक किराए के मकान की दूसरी मंजिल पर पत्नी व बेटी के साथ रहते हैं। रविवार को शहर में दुर्गोत्सव के विसर्जन की शोभायात्रा निकाली गई थी, जहां उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। घर पर उनकी पत्नी 38 वर्षीया मेहू फैज व पुत्री करीब 15 वर्षीय आलिया शेख थीं। रात में हमलावरों ने प्रधान आरक्षक के घर में घुसकर मां-बेटी दोनों की धारदार हथियार से हत्या कर फरार हो गए। खोजबीन करने पर दोनों का शव घर से चार किमी दूर पीढ़ा गांव में सड़क के दोनों और खेत में सुबह पड़ा मिला। बताया गया है कि प्रधान आरक्षक रात 11.30 बजे अपनी पत्नी को फोन किए मगर मोबाइल रिसीव नहीं हुआ तो वे घर पहुंचे। अस्त-व्यस्त घर में पत्नी व बेटी नहीं मिली, कमरे में खून के छींटे मिले, किसी अनहोनी की आशंका पर उन्होंने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। पुलिस टीम प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी के तलाश में जुटी, मगर रातभर पतासाजी के बाद भी दोनों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी। सोमवार की सुबह पीढ़ा गांव की एक महिला ने सड़क के दोनों ओर शव पड़े होने की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। यहां डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया । प्रधान आरक्षक के मनेंद्रगढ़ स्थित निवास में शव ले जाया गया। शहर में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में शहर के ही कुलदीप साहू नामक युवक पर संदेह जताया जा रहा है, जो कबाड़ी का काम करता है।
गर्म तेल उड़ेल कर आरक्षक को मारने का किया प्रयास
बताया जा रहा है कि रविवार की रात को प्रधान आरक्षक तालिब शेख व आरक्षक घनश्याम सोनवानी चौपाटी पर खड़े थे, यहां किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद आरोपी ने बिरियानी सेंटर की कड़ाही में रखा गर्म तेल आरक्षक घनश्याम के ऊपर उड़ेल दिया, जिससे वहां पर अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई। गर्म तेल शरीर में पड़ने के बाद जलन से चीखते आरक्षक को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार पश्चात हालत नाजुक होने पर उसे हायर सेंटर रिफर किया गया है।
बताया जाता है कि हत्यारा द्वारा पुलिस पर कार चढ़ाने का किया प्रयासआरक्षक पर तेल उड़ेलने के बाद आरोपी ने थाने के सामने खड़े पुलिस जवानों पर एक नहीं दो-दो बार कार चढ़ाने का प्रयास किया। ऐसे में वे इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचाए। इसके बाद पुलिस टीम उसके खोजबीन में लगी थी, इधर दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर वह भाग निकला। बताया यह भी जा रहा है कि कुलदीप अपने परिवार के लोगों पर कोतवाली पुलिस की लगातार कार्रवाई से नाराज था, जिसे इस वारदात की प्रमुख वजह माना जा रहा है। इस घटना सेआक्रोशित लोगों ने कबाड्डीके घर, गोदाम मैं आग लगा कर आग के हवाले किया।इस घटना को लेकर शहर में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई और थाने के सामने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित संदिग्ध आरोपी युवक के घर व घर के सामने खड़ी वाहनों को आक्रोशित भीड़ ने आग के हवाले कर दिया और आग बुझाने के लिए आई फायर बिग्रेड वाहन को घुसने तक नहीं दिया गया। कबाड़ों के जलने के दौरान धमाके की आवाज भी सुनने को मिल रही थी। इस बीच मौके पर पहुंचे एसडीएम को भी भीड़ का गुस्सा झेलना पड़ा और उन्हें भागकर थाने में शरण लेनी पड़ी। लोगों की नाराजगी यहीं नहीं रुकी उन्होंने रिंग रोड व मानपुर स्थित कबाड़ गोदाम को भी आग के हवाले कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शहर बंद करा दिया गया। थाना के समीप भीड़ ने जाम भी कर दिया था।
आरोपी कुलदीप साहू आदतन बदमाश है, उस पर थाने में मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। उसका पूरा परिवार आदतन बदमाश है। कबाड़ का धंधा करने वाले इस परिवार में कुलदीप का पिता अशोक साहू, चाचा संजय साहू दोनों पर जिला बदर की कार्रवाई हो चुकी है।कुलदीप की बदमाशी व मारपीट की घटना आम बात थी। हाल ही में शहनाज अख्तर के कार्यक्रम दौरान उसने एक लड़के को छत से फेंक दिया था। दो माह पूर्व भी एक लड़के के साथ मारपीट किया था, जिसकी रिपोर्ट भी हुई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। तीन वर्ष पूर्व थाने में घुसकर मारपीट का भी उस पर आरोप है, लेकिन पुलिस ने आज तक कभी ठोस कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण इस हत्याकाण्ड के बाद लोगों का गुस्सा सामने आया और लोग पुलिस को ही खरी-खोटी सुनाते नजर आए। हर किसी के जुबान पर एक ही बात थी कि पुलिस के संरक्षण के कारण उसका आतंक बढ़ता रहा, जिसका परिणाम इस ढंग से सामने आया है।
मैदान में उतरे आईजी, कलेक्टर व एसपी
सरगुजा रेंज के आईजी अंकित कुमार गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास व पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे कोतवाली में डटे रहे। पुलिस अधीक्षक तो पूरी रात खुद आरोपी के तलाश में लगे रहे। इधर आईजी अंकित कुमार गर्ग व कलेक्टर रोहित व्यास भी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है उच्च अधिकारियों ने लोगों को यह भरोसा दिलाया है किआरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली घटना
मुस्लिम समाज ने जिला दंडाधिकारी व कोतवाली में एक ज्ञापन सौंपकर घटना की निंदा करते हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपी व सहयोगियों की जल्द से जल्द गिरफ्तरी की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रधान आरक्षक की पत्नी व बच्ची की निर्मम हत्या की गई है, जो एक सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई के अभाव में तीन दिन बाद उग्र आंदोलन की चेतावानी भी दी गई है। ज्ञापन सौपने वालों में शेख आशिम हुसैन रजवी, अब्दुल रब सिद्दीकी, अख्तर अली, अब्दुल रकीब, सद्दाम हुसैन, मजिब रजा अंसारी, मो. अली शेख, व खलील अंसारी शामिल रहे।
सूरजपुर में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या मामले में फरार आरोपी कुलदीप साहू को अंततः पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । वह झारखंड के गोदरमाना से बस में सवार होकर अंबिकापुर आ रहा था। इस दौरान बलरामपुर पुलिस ने उसे पकड़ा ।आरोपी कुलदीप वारदात के बाद झारखंड भाग गया था। बताया जा रहा है कि बलरामपुर पुलिस ने उसे वहीं ट्रेस किया। इसके बाद पुलिस द्वारा लगातार उसकी लोकेशन मॉनिटर की जा रही थी। कुलदीप को पुलिस ने बलरामपुर कोतवाली के सामने बस रुकवा कर गिरफ्तार किया ।वहीं आरोपी कुलदीप के साथ इस वारदात में अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। शक के आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। कुलदीप की तलाश के लिए कई जिलों के अफसरों को सूरजपुर बुलाया गया। शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।दूसरी ओर तालिब शेख की पत्नी और बेटी के शवों को गृहग्राम मनेंद्रगढ़ लाया गया । बीते सुबह टीवी टावर रोड स्थित निवास से उनका जनाजा निकाला गया। एसपी ने भी जनाजे को कंधा दिया, फिर मौहारपारा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।संयुक्त पुलिस परिवार ने कुछ देर पहले ही आरोपी कुलदीप पर इनाम की घोषणा की थी। आरोपी को पकड़ने वाले को 50 हजार और एनकाउंटर पर एक लाख रुपए का इनाम देने का घोषणा किया गया था।बताया जाता है कि घटना का मुख्य आरोपी कुलदीप साहू कुख्यात बदमाश है। कुलदीप के पिता अशोक साहू और चाचा संजय साहू ने वर्षों से कबाड़ केकारोबार में करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई। चोरी का पूरा सामान उनके कबाड़ दुकान में खपता है। हर माह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से लेकर थानेदार तक को लाखों दिए जाते थे।कबाड़ कारोबार में पुलिस अधिकारियों को पैसे देने और उनके साथ लगातार उठने-बैठने से कुलदीप साहू का हौसला इतना बढ़ा हुआ था कि वह जिला बदर की कार्रवाई के दौरान थाने से कुछ दूर स्थित घर में ही रहता रहा।