0 मृत्युंजय चतुर्वेदी द्वारा
मनेन्द्रगढ़। भादो माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्म हुआ था ,उनके जन्मदिवस को ही गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है पूरे भारत वर्ष में धूमधाम से मनाया जाने वाला पर्व श्री गणेश पूजा शनिवार से प्रारंभ हो गई है। शहर के साथ आस पास के क्षेत्रों में भी गणेश चतुर्थी से से पूजन प्रारंभ कर प्रत्येक दिन भगवान श्री गणेश की पूजन अर्चन की जा रही है पंडालों में व्यापक तैयारिया पंडालो को आकर्षक ढंग से सजाया गया है इसके साथ ही साथ लोग अपने-अपने घरों में भी विघ्नहर्ता श्री गणेश भगवान की स्थापना कर विधि विधान पूर्वक पूजन करते नजर आए।
नगर सहित आसपास के क्षेत्र में भी विघ्नहर्ता श्री गणेश भगवान की पंडालो में गणेश की मूर्तियों की झांकी बैठा उनकी विधवत पूजन अर्चन की जा रही है इसी कार्यक्रम में नगर के वार्ड नंबर 21 में भी श्री सिद्धि विनायक पूजा समिति के नवयुवकों द्वारा गणेश जी का पूजन प्रतिदिन सुबह-शाम की जा रही है इसके साथ ही वार्ड वासियों द्वारा अपने-अपने सामर्थ के अनुसार भोग भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है आरती के समय काफी संख्या में महिला पुरुष पंडांलो में पहुंचकर विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की आरती में सम्मिलित होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर आनंदित हो रहे हैं चारों तरफ वायुमंडल में गणपति बप्पा मोरिया सिद्धिविनायक गौरी गणेश की पूजा और जय-जय कार की जा रही है महिलाएं बैठकर भक्ति गीत भगवान गणेश की भजन संध्या करने में लगी हुई है बीते दिन वार्ड नंबर 21 मैं रसुनीता चतुर्वेदी, किरण सिंह, ममता ओझा, ज्योति मिश्रा, रश्मि खन्ना, निशा ओझा ,सौरभ मिश्रा, बिना शिवहरे ,आरती शिवहरे,बिना शिवहरे, रिनु प्रसाद ,सोनी गुप्ता, नीतू सिंह, रेनू पांडे, सिंधु सिद्धिविनायक सेवा समिति के मनीष, कन्हैया, विकास, गोलू आशुतोष चतुर्वेदी, आशुतोष, हिमांशु ,हेमंत ,अक्षय ओझा संहितं काफी संख्या में महिला पुरुष बच्चे उपस्थित होकर गणेश जी की आरती में सम्मिलित होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। 10 दिन यानी कि अनंत चतुर्दशी को को गणेश भगवान जी का विसर्जन धूमधाम से किया जाता है।
विघ्रविनाशक श्री गणेश की स्थापना पूरे विधि विधान अनुसार किया गया। और रोज शाम की आरती में काफी संख्या में भक्तो की भीड़ यहा देखने को मिलती है। हिन्दू धर्म में भगवान गणेश का विशेष स्थान है। कोई भी पूजा, हवन या मांगलिक कार्य श्री गणेश जी के स्तुति के बिना अधूरा है। हिन्दुओं में गणेश वंदना के साथ ही किसी नए काम की शुरुआत होती है। यही वजह है कि गणेश चतुर्थी यानी कि भगवान गणेश केजन्मदिवस को देश भर में पूरे विधि.विधान और उत्साह के साथ मनाया जाता है।