रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कड़े निर्देशों के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस ने दुर्ग जिले में अंतर्राज्यीय गांजा तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें प्रमुख आरोपी पिंटू कुमार साहनी और जी. सरोजनी शामिल हैं। पुलिस ने कुल 45.145 किलोग्राम गांजा जब्त किया, जिसकी अवैध बाजार में कीमत लगभग 4.5 लाख रुपये आंकी गई है।
दुर्ग पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पिंटू कुमार साहनी उड़ीसा से गांजा लाकर खुर्सीपार स्थित गणेश मंदिर के पास छिपा रहा है। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गांजा बरामद किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें तस्करी नेटवर्क के फार्वर्ड और बैकवर्ड लिंक का भी पता लगाया गया है।
यह कार्रवाई राज्य सरकार और केंद्र सरकार के समन्वय का परिणाम है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का नया ऑफिस खोला, जिससे राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रहे अभियान को और मजबूती मिली है। डबल इंजन की सरकार के इस अभियान में नशे के कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई जारी है।
इस ऑपरेशन के दौरान, पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को होल्ड करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिससे तस्करी के माध्यम से अर्जित धन की पूरी जांच की जा सके। कार्रवाई में शामिल आरोपियों में से कुछ के खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
राज्य स्तरीय विशेष टीम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सहयोग से की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने दो कारें, एक पल्सर मोटरसाइकिल, और कई मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कोई भी समझौता नहीं कर रही है और अवैध कारोबारियों के खिलाफ लगातार सख्त कदम उठा रही है।