श्रीचंद सुंदरानी ने 24 वर्षो तक दूसरो को मौका नहीं दिया: जग्गी

 

0 चेंबर इतिहास में पहली बार विधि के
अनुसार संविधान संशोधन किया गया

भाटापारा। चेंबर के संविधान में किए गए संशोधन
का विरोध करने वाले श्रीचंद सुंदरानी पर चेंबर के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी ने पलटवार किया है।उन्होंने कहा इसके पहले 4 लोग बैठकर नियम बनाते थे। इन्होंने जो कह दिया वही नियम बन जाता था।कभी भी सरकारी नियमो का पालन नहीं किया। चेंबर के इतिहास में पहली अमर परवानी के कार्यकाल में विधि अनुसार संविधान संशोधन किया गया। जग्गी ने सुंदरानी पर आरोप लगाया कि उन्होंने 24 वर्षो तक चेंबर में दूसरो को मौका नहीं दिया।आज नई पीढ़ी को अवसर देने की वकालत कर रहे हैं।ऐसा वे अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह का बयान दे रहे है।

व्यापारी एकता पैनल से जुड़कर 24 वर्षो तक
सुंदरानी के साथ चेंबर में सक्रिय भूमिका निभाने वाले राजेंद्र जग्गी चर्चा कर रहे थे।सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा मैं तो 24 वर्षो तक इनके साथ रहा।इनके मन में कभी नहीं आया कि जग्गी को तीन प्रमुख पद में कोई एक पद दे।चुनाव में जब भी यह मामला आया तो वे परिवार वाद और जातिवाद से ऊपर नहीं उठ पाए।इनका कहना था महामंत्री का चुनाव कभी अन्य समाज नहीं जीत सकता। 2021के चुनाव में उनके लाडले को सर्वाधिक मतो से हराकर अजय भसीन ने महामंत्री पद जीता।

जग्गी ने कहा उन्हे लगता है विधानसभा और लोकसभा चुनाव निपटने के बाद अब वे सभी दायित्व से कार्य मुक्त हो चुके हैं।अब उनके पास कोई काम नहीं बचा है। चेंबर को सीढ़ी बनाकर विधायक बने थे।पिछले चुनाव में चेंबर ने भी उन्हें नकार दिया है।चेंबर के संविधान में किए गए संशोधन को लेकर जग्गी ने कहा उन्हे भी पहली बार पता चला कि संशोधन करने के लिए इतने नियमों का पालन करना पड़ता है।