प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर संसदीय क्षेत्रों में मतदान संपन्न, 73 प्रतिशत से अधिक मत पड़े 

रायपुर। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर संसदीय क्षेत्रों में आज शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ। इसके साथ ही इन तीनों लोकसभा क्षेत्रों में तीन महिलाओं सहित इकतालीस उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक औसत रूप से करीब 73 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। अंतिम आंकड़े आना अभी बाकी है।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में लगभग 72  प्रतिशत, महासमुंद में करीब 71 प्रतिशत और कांकेर लोकसभा क्षेत्र में 73.50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
दूसरे चरण के मतदान के लिए छह हजार पांच सौ सड़सठ मतदान केन्द्र बनाए गए थे। इनमें तेईस मतदान केन्द्रों को संवेदनशील और चार सौ अंठावन केन्द्रों को अति-संवेदनशील घोषित किया गया था। दूसरे चरण में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए सुरक्षा बलों की दो सौ बाईस कंपनियां तैनात की गई थी। इसके साथ ही सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। संवेदनशील इलाकों में स्थित पोलिंग बूथों में मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई। वहीं, तीन हजार दो सौ तैंतालीस केन्द्रों में वेबकास्टिंग और वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई थी। इसके माध्यम से निर्वाचन आयोग द्वारा इन केन्द्रों पर नजर रखी गई। दूसरे चरण में लगभग तैंतीस हजार मतदानकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या बावन लाख चौरासी हजार नौ सौ अड़तीस है। इनमें छब्बीस लाख पांच हजार तीन सौ पचास पुरुष, छब्बीस लाख उनयासी हजार पांच सौ अट्ठाईस महिला और तृतीय लिंग के साठ मतदाता हैं।
दूसरे चरण के चुनाव के लिए तीनों संसदीय क्षेत्रों में कुल तीन सौ तीस संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनका प्रबंधन महिला चुनाव कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया गया। वहीं, एक सौ सत्रह मतदान केंद्रों का संचालन युवाओं द्वारा किया गया। इसी तरह, तीनों लोकसभा क्षेत्रों में एक सौ बीस आदर्श मतदान केन्द्र और पच्चीस दिव्यांग मतदान केन्द्र बनाए गए थे। हर केंद्र पर मतदाता सहायता बूथ स्थापित किए गए थे, जहां मौजूद बीएलओ मतदाता सूची में उनका नाम और सरल क्रमांक ढूंढने में मदद की। इसके साथ ही एनएसएस, स्काउट गाईड्स के कैडेटो ने मतदान केन्द्रों में दिव्यांग वरिष्ठ नागरिकों की मदद की।
राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर लोकसभा क्षेत्रों में मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया। सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। युवा और महिला मतदाताओं के साथ ही बुजुर्ग मतदाता भी गर्मी की परवाह किए बिना वोट डालने मतदान केन्द्र पहुंचे।         ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मतदान केन्द्रों को छत्तीसगढ़ी परंपरा और संस्कृति की थीम पर विशेष रूप से सजाया गया था। धमतरी के बिलभदर मतदान केन्द्र में विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के कुछ मतदाता पारंपरिक औजार- तीर-धनुष, टुकनी और सुपा लेकर मतदान करने पहुंचे। वहीं, महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में विशेष पिछड़ी कमार जनजाति की युवा महिला मतदाता अपनी दूधमुंही बच्ची के साथ पहुंचकर मतदान किया। इसी तरह, कबीरधाम जिले के ओड़ियाकला मतदान केन्द्र में चमरू यादव ने पारंपरिक वेशभूषा में मतदान केन्द्र पहुंचकर वोट डाला और अन्य ग्रामीणों को भी मतदान के लिए प्रेरित किया। वहीं, इसी जिले के भिंभौरी मतदान केन्द्र में दिव्यांगों को मतदाता रथ से मतदान केन्द्र लाया गया और मतदान के बाद उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया गया। इन स्थानों पर कई मतदाताओं ने मतदान के बाद सेल्फी भी ली।
महासमुंद के कलाबाई स्कूल में बनाए गए मतदान केन्द्र में एक दुल्हन विवाह की रस्मों के बीच अपने परिजनों के साथ वोट डालने पहुंची। वहीं, राजनांदगांव के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के खरकटोला गांव में दूल्हा शोभित चन्द्रवंशी ने बारात जाने से पहले मतदान किया। कांकेर लोकसभा क्षेत्र के विश्रामपुरी-रोगाडीह गांव निवासी भोजराज सोनी ने बारात जाने से पहले लोकतंत्र के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करते हुए पहले परिवार के साथ मतदान किया, उसके बाद बारात के लिए रवाना हुए। इसी तरह, बालोद जिले के गुंडरदेही विकासखंड अंतर्गत कंचादूर में दुर्गेश चन्द्राकर पहले पिता के साथ वोट डालने मतदान केन्द्र पहुंचे, उसके बाद बारात के लिए प्रस्थान किया। इसी तरह, राजनांदगांव के छुरिया मतदान केन्द्र में भगवती यादव विवाह की रस्मों के बीच समय निकालकर मतदान करने पहुंची।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के तहत कवर्धा शहर में एक ही परिवार की चार पीढ़ियां एक साथ मतदान करने पहुंचीं। इस शहर के रामनगर इलाके के निवासी शर्मा परिवार के परदादा से लेकर परपोते ने कैलाश नगर पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान किया।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा कवर्धा स्थित आदर्श मतदान केन्द्र आत्मानंद हिन्दी माध्यम स्कूल में पहुंचकर मतदान किया।
इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए नक्सल प्रभावित नवागांव और बागडोंगरी के मतदान केन्द्रों को मोरचुल गांव में शिफ्ट किया गया था, जहां बनाए गए तीन मतदान केन्द्रों में ग्यारह गांवों के ग्रामीण मतदान करने पहुंचे।