जगदलपुर। बस्तर में कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उनके उद्योगपति मित्र अडानी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के सबसे बड़े मित्र अडानी का बस्तर में आयरन ओर का एक प्रोजेक्ट था जिसे कांग्रेस पार्टी की सरकार ने कैंसल करके दिखा दिया। क्योंकि हमारे आदिवासी भाइयों ने कहा कि हमें वो प्रोजेक्ट नहीं चाहिए। हमने आपकी आवाज का आदर करते हुए प्रोजेक्ट को निरस्त कर दिया। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियों से किया हर वादा निभाया है। हम ट्राइबल बिल लाए, पेसा कानून लाए, जमीन अधिग्रहण बिल लाए जिसमें साफ लिखा था कि ग्राम सभा इजाजत नहीं देगी तब तक कोई भी आदिवासियों की जमीन नहीं ले सकता है। हमने कहा था कि अगर 5 साल के अंदर किसी भी उद्योगपति ने अपना उद्योग शुरू नहीं किया तो आदिवासियों को उनकी जमीन वापिस की जाएगी। हमने ये वादा किया था जिसे निभाया भी।
वनवासी शब्द से आदिवासियों का होता है अपमान-
राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वनवासी शब्द का प्रयोग पीएम मोदी जी करते है। वनवासी शब्द का इस्तेमाल करने वाले सोचते हैं कि जंगल में जो जानवर रहते हैं वैसी आपकी जगह होनी चाहिए। जैसे इनके नेता जानवरों से बर्ताव करते हैं। इनके दिमाग में आप लोग जंगल के हो। भाजपा आदिवासी शब्द का इस्तेमाल नहीं करती, क्योंकि उन्हें पता है कि अगर उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल किया तो उन्हें आपका जंगल, जल और जमीन वापस लौटानी पड़ेगी।
आदिवासी एक क्रांतिकारी शब्द
विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी शब्द की गहराई में सच्चाई छिपी है, आदिवासी मतलब देश के पहले और असली मालिक। मतलब देश की सारी जमीन, जंगल और जल पहले आपका हुआ करता था जिसे आपके हाथों से छीना जा रहा है इसलिए भाजपा को इस शब्द से दिक्कत है। आदिवासी शब्द एक क्रांतिकारी शब्द है।
हमने जो कहा, वो किया
जगदलपुर के लालबाग मैदान में आयोजित जनसभा में राहुल गांधी ने कहा कि जो कहा वो करके दिखाया है। हमने किसानों की कर्जमाफ़ी की और धान का सर्वाधिक मूल्य किसानों को दिया है। हमने बस्तर में बंद पड़े 300 से अधिक स्कूल फिर से खोले,आदिवासियों की जमीन वापस की, स्वामी आत्मानंद स्कूल और कॉलेज खोले हैं। हमने जो वादे किए थे वो पूरा किए हैं।