रायपुर/ बेमेतरा। बेमेतरा जिले के साजा थाना क्षेत्र के बीरनपुर गांव में हिंसा के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद का अच्छा खासा असर दिखा। बंद का आह्वान विश्व हिन्दू परिषद ने किया था। जिसका भाजपा, बजरंग दल, करणी सेना समेत कई संगठनों बंद का समर्थन किया था। बंद को देखने हुए रायपुर के कुछ स्कूलों में छुट्दी दे दी गई थी। हालांकि, परीक्षाओं को ध्यान में रखकर कई स्कूल-कॉलेज को बंद नहीं कराया गया। प्रदेश के कई जिलों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। वहीं कुछ जिलों में मिला-जुला असर भी देखा गया। बंद से प्रदेश में 500 करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार के प्रभावित होने की खबर है। राजधानी रायपुर में दुकान बंद कराने के लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता आज सड़क पर उतरे। इस दौरान रावणभाठा अंतरराज्यीय बस स्टेंड में यात्री बस पर पथराव किया गया। बंद कराने बस में पत्थर बरसाकर तोड़फोड़ की गई। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता बसों को बंद कराने अंतरराज्यीय बस स्टैंड पहुंचे थे। इस दौरान बस का परिचालन बंद ना होने से नाराज कार्यकर्ताओं ने बस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सुरक्षा को लेकर एसडीओपी, तहसीलदार, एसडीएम, टीआई समस्त सरकारी अमला मौके पर मौजूद रहे। रायपुर में जय स्तंभ चौक, फाफाडीह, तेलीबांधा, नया बस स्टैंड इलाके में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ता दुकानें बंद कराने निकलें थे। रायपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बंद में शामिल हुए । इस दौरान मीडिया विभाग के प्रभारी अमित चिमनानी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव गिरफ्तार
बेमेतरा में हिंसक घटना और एक युवक की हत्या के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद किया गया। साजा से बिरनपुर पहुंचने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव गिरफ्तार कर लिए गए। वे पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे थे, लेकिन इससे पहले वे गिरफ्तार हो गए।
बंद के दौरान बीरनपुर में आगजनी और ब्लास्ट, प्रदर्शनकारियों ने जलाया मकान, बाल-बाल बचे आईजी
बंद के दौरान बेमेतरा जिले के साजा थाना क्षेत्र के बीरनपुर गांव में हालात बेकाबू हैं। सांप्रदायिक हिंसा में युवक की मौत के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया है। उपद्रवियों ने इस दौरान एक मकान में आग लगा दी। भीषण आगजनी से चारों तरफ हड़कंप मच गया। घर में रखे रसोई गैस सिलेंडर फट गया और जोरदार ब्लास्ट हुआ। इससे आस-पांस का इलाका दहल गया। इस दौरान मौजूद आईजी आनंद छाबड़ा बाल-बाल बच गए। किसी तरह उन्होंने कमान संभाली और उपद्रवियों को खदेड़ा। आईजी के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने उपद्रवियों को भगाया। वहीं पुलिस की मौजूदगी में फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है।