रायपुर। नवा रायपुर में कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय महाधिवेशन शुरू हो गया है। अधिवेशन स्थल के पास कन्वेंशन हॉल में दो घंटे तक चली कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कांग्रेस कार्य समिति-सीडब्ल्यूसी का चुनाव नहीं होगा। जो सदस्य बनेंगे, उन्हें पार्टी अध्यक्ष खडग़े मनोनीत करेंगे। इसके साथ ही पार्टी संविधान में संशोधन, पार्टी अध्यक्ष को नियुक्ति के संबंध में अधिकार देना। वहीं स्टीयरिंग कमेटी से चुनावों पर असर होगा, तो क्या होगा और नहीं होगा तो क्या हो सकता है आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित 45 सदस्य मौजूद रहे।
बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े को कार्यकारी समिति के सभी सदस्यों को नामित करने के लिए अधिकृत करने का फैसला किया। उन्होंने यह भी बताया, हम कांग्रेस के संविधान में संशोधन ला रहे हैं जिसके तहत कमजोर वर्गो, अनूसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रतिनिधित्व सुरक्षित और सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किया जाएगा। कांग्रेस के संविधान में कार्य समिति का चुनाव कराने या फिर सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को नामित करने के लिए अध्यक्ष को अधिकृत करने का भी प्रावधान है। चुनाव होने की स्थिति में सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल का नेता सीडब्ल्यूसी का स्वत: सदस्य होता है।
जयराम रमेश ने कहा कि स्टीयरिंग कमेटी में खुलकर बातचीत हुई। सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी। सर्वसम्मति से स्टीयरिंग कमेटी ने यह तय किया है कि कांग्रेस अध्यक्ष को सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, संचालन समिति की बैठक में दिग्विजय सिंह, अजय माकन, अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव करवाने की मांग की थी। वहीं आनंद शर्मा ने चुनाव की मांग से इनकार कर दिया। हालांकि बाद में फैसला चुनाव न कराने के पक्ष में रहा।
कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में चार सूत्रीय एजेंडा निर्धारित
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में चार सूत्रीय एजेंडा निर्धारित किया। उन्होंने कहा, ये अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि आज से करीब 100 साल पहले 1924 में महात्मा गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। तब यह महाधिवेशन मेरे गृह राज्य कनार्टक में बेलगांव में हुआ था। उन्होंने कम समय में कांग्रेस को गरीब कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों को एक साथ जोडक़र एक आंदोलन बना दिया था। 100 साल बाद उसी संकल्प की जरूरत है। ये उनके प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
सम्मेलन में चर्चा के लिए 6 विषय निर्धारित किए गए
खडग़े ने सदस्यों को खुले तौर पर बोलने और सामूहिक निर्णय लेने का सुझाव देते हुए खुलासा किया कि इस साल की बैठक के शीर्ष एजेंडे में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) का चुनाव था। उन्होंने कहा, हमारा दूसरा विषय 85वीं कांग्रेस का एजेंडा तय करना है और तीसरा विषय कांग्रेस पार्टी के संविधान में संशोधन करना है। अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा हमारे प्रस्तावों से संबंधित है। इस सम्मेलन में चर्चा के लिए 6 विषय निर्धारित किए गए हैं। ये विषय हैं राजनीतिक, आर्थिक, अंतर्राष्ट्रीय मामले, किसान और खेत मजदूर, सामाजिक न्याय और युवा अधिकारिता। कांग्रेस अध्यक्ष ने संचालन समिति से उपरोक्त विषयों पर बनाए गए 6 मसौदा प्रस्तावों को लेने का आग्रह किया।
खडग़े ने दिया राहुल गांधी की ऊर्जा का उदाहरण
उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जो ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलाई है, उस जोश को हमें बनाए रखना है। हमें सामूहिक रूप से यहां कई फैसले लेने हैं, जिनसे हमारी पार्टी और हम सबका भविष्य जुड़ा है। यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब इस देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां हैं। लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं। राजनीतिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। इस संबंध में हमें बहुत कुछ सोचना होगा और अपने विचारों को तथ्यों के साथ आगे बढ़ाएं क्योंकि पूरे देश की निगाहें इस सम्मेलन पर टिकी हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव पर होगी नजर
कांग्रेस का 85वां पूर्ण अधिवेशन शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी में शुरू हुआ और तीन दिवसीय सत्र के दौरान पार्टी द्वारा कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे जो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार करेंगे। पूर्ण अधिवेशन में कांग्रेस के शीर्ष नेता शामिल होंगे जो मुख्य रूप से मल्लिकार्जुन खडग़े की अध्यक्षता का समर्थन करेंगे और उनके नेतृत्व वाली नई कार्यसमिति का मार्ग प्रशस्त करेंगे। हालांकि, सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी शुक्रवार को बैठक से दूर रहे।
रायपुर पहुंचे सोनिया और राहुल गांधी, सीएम भूपेश समेत इन नेताओं ने किया सम्मान
नवा रायपुर में कांग्रेस का 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन में शामिल होने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी रायपुर पहुंचे। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर सीएम भूपेश बघेस समेत पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का गमजोशी के साथ ढोल नगाड़े के साथ स्वागत किया गया। सांस्कृतिक दल की टीम ढोल नगाड़े पर नृत्य कर उनका स्वागत किया।
कल के कार्यक्रम
कल सोनिया गांधी अधिवेशन को संबोधित करेंगी। 25 फरवरी को 1 बजे तीन प्रस्ताव लाए जाएंगे। इस प्रस्ताव को लेकर कल शाम 7 बजे तक बैठक चलेगी। इसके बाद 26 फरवरी को सुबह 10:30 बजे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रस्तावों पर चर्चा शुरू होगी। दोपहर दो बजे को कांग्रेस के अंतिम भाषण होगा।
3 बजे निकलेगी रैली, दोपहर 3 बजे पब्लिक रैली निकाली जाएगी। रैली में पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे के साथ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य दिग्गज नेता शामिल होंगे।