बिलासपुर। प्रदेश में एक बार फिर जोगी परिवार की जाति का जिन्न बाहर आ गया है। जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के खिलाफ मुंगेली सिटी कोतवाली में एफआईआर दर्ज किया गया है।
मरवाही उपचुनाव के दौरान ऋचा का अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया गया था। उसी मामले में राज्य स्तरीय छानबीन समिति के निर्देश पर अब सामाजिक परिस्थिति कारण प्रभावी करण अधिनियम 2013 की धारा 10 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई ऐसे समय में सामने आई है, जब भानुप्रतापपुर उपचुनाव में जोगी कांग्रेस द्वारा सावित्री मंडावी को समर्थन देने के बाद जोगी कांग्रेस के कांग्रेस में विलय के कयास शुरू हो गए थे।
जाति प्रमाण पत्र के कारण ही अमित जोगी मरवाही उपचुनाव नहीं लड़ पाए थे। राज्य बनने के बाद से मरवाही सीट पर जोगी परिवार का कब्जा था, लेकिन उन्हें उपचुनाव में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिला। मुंगेली आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त एलआर कुर्रे की सूचना पर अब ऋचा के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इसमें ऋचा के लिए अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारी की भूमिका भी संदेह के दायरे में है।
बता दें कि मुंगेली जरहागांव क्षेत्र के पेंड्रीडीह में ऋचा रूपाली साधु के नाम से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी हुआ था। इस पर संत कुमार नेताम एवं अन्य की शिकायत पर छानबीन समिति ने जांच में गड़बड़ी पाई थी। ऋचा के स्कूली दस्तावेज के साथ-साथ उसके परिवार के जमीन खरीदी बिक्री के दस्तावेजों में अनुसूचित जनजाति का उल्लेख नहीं था।
इस संबंध में कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि जांच के बाद राज्य स्तरीय छानबीन समिति के निर्देश पर कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस विभाग को लिखा गया था। प्रमाणपत्र बनाने वाले अधिकारी की भूमिका की भी जांच कराई जाएगी
वहीं, एसपी चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि जाति मामले में ऋचा जोगी पर सामाजिक परिस्थिति प्रभाविकरण अधिनियम की धारा 10 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। आगे जांच की जा रही है।