आपकी बात: क्रिकेट का रोमांच और भारत-पाक

O संजीव वर्मा 
देश में इन दिनों ट्वेंटी-20 विश्व कप क्रिकेट का खुमार चढ़ा हुआ है। छोटे-बड़ों से लेकर हर वर्ग के लोग क्रिकेट फीवर से ग्रसित हैं। यह लाजिमी भी है। क्रिकेट भारत में बेहद लोकप्रिय खेल है और इस विश्वकप में खिलाडिय़ों ने जिस तरह के खेल का प्रदर्शन कर सेमीफायनल तक का सफर तय किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। लोगों की उम्मीदें बढ़ गई है। सभी की नजरें चमचमाती ट्राफी पर टिक गई है। वैसे देखा जाए तो भारत अब ट्राफी से मात्र दो कदम दूर है। वह चौथी बार सेमीफायनल में पहुंचा है। 2007,2014 और 2016 में भी वह सेमीफायनल में पहुंचा था। इस बार उसके साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान भी सेमीफायनल में पहुंचा है। उम्मीद की जा रही है कि फायनल इन दोनों पड़ोसी देशों के बीच खेला जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो एक बार फिर जोश, जुनून, जज्बा और रोमांच का पूरा थ्रिलर देखने को मिलेगा। वैसे यह विश्वकप टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे रोमांचक सीजन साबित होने वाला है। अब तक खेले गए मैच में जिस तरह के उलटफेर देखे गए वह बिरले ही होते हैं। पाकिस्तान का सेमीफायनल में पहुंचना किसी करिश्मे से कम नहीं है। इसका आधा रास्ता नीदरलैंड की जीत और आधा रास्ता बांग्लादेश की हार ने पूरा कर दिया। भारत-पाकिस्तान के साथ इंग्लैंड और न्यूजीलैंड सेमीफायनल में है। भारत का सेमीफायनल में पहुंचना तो तय माना जा रहा था, लेकिन पाकिस्तान की राह आसान नहीं थी। भारत और जिम्बाब्वे से हारने के बाद पाकिस्तान की प्रतियोगिता से विदाई तय मानी जा रही थी, लेकिन लगातार तीन जीत और दूसरी टीमों के योगदान के कारण वह सेमीफायनल में पहुंच गया। दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर चोकर्स साबित हुआ। उसे नीदरलैंड ने उलटफेर का शिकार बनाकर विश्वकप से बाहर कर दिया।  अब सेमीफायनल में पाकिस्तान का मुकाबला 9 नवंबर को सिडनी में न्यूजीलैंड से होगा। जबकि भारत 10 नवंबर को एडिलेड में इंग्लैंड से दो -दो हाथ करेगा। सेमीफायनल की विजेता दो टीमें मेलबर्न में 13 नवंबर को फायनल में भिड़ेगी। वैसे अभी से कयास लगने शुरु हो गए है कि इस बार 2007 विश्वकप का इतिहास दोहराया जा सकता है। 2007 में भारत और पाकिस्तान की टीम फायनल में आमने-सामने थी और भारत विश्व चैम्पियन बना था। यदि ऐसा हुआ तो भारत दूसरी बार टी-20 विश्वकप चैम्पियन बनेगा। लेकिन यह इतना आसान नहीं है। हालांकि भारत के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों लय में है। विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या रन बना रहे हैं। वहीं, गेंदबाजी में भुवनेश्वर, अर्शदीप, मो. शमी और हार्दिक पांड्या कमाल कर रहे हैं। फिलहाल भारतीय टीम संतुलित नजर आ रही है और टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी लय में है। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म में नहीं होना कमजोर पहलू है। पाकिस्तान की जहां तक बात है कि यह टीम सलामी जोड़ी पर निर्भर रहती थी। लेकिन इस विश्वकप में मध्यक्रम ने शानदार खेल दिखाया है। शान मसूद, इख्तिखार अहमद, मो. नवाज और शादाब खान ने कई बार मुश्किल हालातों में टीम को बाहर निकाला है। लेकिन बाबर और रिजवान की सलामी जोड़ी का लय में नहीं रहना उसके लिए चिंता का विषय हो सकता है। बहरहाल, भारतीय टीम के पास नौ साल के बाद कोई आईसीसी ट्राफी जीतने और दूसरी बार टी-20 विश्वकप चैम्पियन बनने का मौका है। उम्मीद है कि हमारे खिलाड़ी देश की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे और खेल प्रेमियों को एक बार फिर जश्न मनाने का मौका देंगे।