ईडी के प्रेस नोट ने खोली छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार की पोल, भाजपा ने भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए आईएएस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की

* नकद, ज्वेलरी और भ्रष्टाचार के सारे सबूत मिलने के बाद भी कांग्रेस अधिकारियों की पैरवी कर रही है-शिवरतन शर्मा

भाटापारा। छत्तीसगढ़ में ईडी के छापेमार कार्रवाई के बाद राजनितिक सियासी तेज हो गई है। शुक्रवार को ED ने प्रेस नोट जारी कर अब तक कुल 06.5 करोड़ की संपत्ति बरामद होना बताया था। इसके बाद अब लगातार भाजपा सत्ता में बैठे कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है। शनिवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा ने भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए आईएएस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने सरकार पर भ्रष्ट अधिकारियों को राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
इसी कड़ी में उपाध्यक्ष भाजपा छत्तीसगढ़, विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा एक तरफ सरकारी योजनाओं को देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार ने अपनी सारी सीमाएं लांघ दी है यह छत्तीसगढ़ के इतिहास के लिए एक काला अध्याय हैं। विधायक शर्मा ने कहां बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार के लिए पूरा रैकेट बनाया गया है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाह, व्यापारी, राजनेता और बिचौलिए जुड़े है।

*कोयला परिवहन में हुआ बड़ा झोल*
शिवरतन शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली कर रहे है प्रतिदिन 2 से 3 करोड रुपए जबरन वसूले जा रहे है। इस प्रकार हजारों करोड़ रु वसूली कर गलत कृत्यों में इस्तेमाल किए जा रहे है। भ्रष्टाचार करने के लिए बाकायदा नियम बदले गए कोयले को खदानों से उपयोगकर्ताओं तक मैनुअल जारी करने के लिए ई-परमिट की पूर्व ऑनलाइन प्रक्रिया को संशोधित किया गया था। अनापत्ति प्रमाण पत्र इस संबंध में कोई एसओपी या प्रक्रिया परिचालित नहीं की गई थी। भ्रष्टाचार किस प्रकार से, किस प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है इसकी भी विस्तार जानकारी ईडी ने अपने प्रेस नोट में दी है।