रायपुर। छत्तीसगढ़ में अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे की मध्यस्थता बैठक के बाद यह फैसला लिया गया. दो सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे थे. कल कमर्चारियों की 5 घंटे बैठक हुई थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर मुख्य सचिव से चर्चा भी हुई थी. मुख्यमंत्री बघेल की अपील को स्वीकार करते हुए हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया गया है.
इसके पहले डीए के सवाल पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा था कि क्या महंगाई किसानों के लिए नहीं है, मजदूर के लिए नहीं है, पत्रकारों के लिए नहीं है, आम जनता के लिए नहीं है. हम शनिवार रविवार छुट्टी दे रहे हैं, ओल्ड पेंशन स्कीम भी लागू भी की है. मैं फिर से अपील करता हूं, काम पर वापस आएं कर्मचारी. हम शिक्षकों की लगातार भर्ती कर रहे हैं, पुलिस में भी लगातार भर्ती हो रही है.
इस बीच कर्मचारी नेता कमल वर्मा ने कहा कि हमने तय किया है कि हड़ताल वापस लेंगे। संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने खेद व्यक्त किया कि हमारे आंदोलन से आम जनता परेशान रही. साथ ही उन्होंने आम जनता से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि हमारे पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था, इसलिए हमने ये रास्ता अपनाया. कमल ने कहा कि हमें गर्व है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर, जिन्होंने पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया. मुख्यमंत्री के अपील के बाद हमने हड़ताल के स्थगन का फैसला लिया है.
हड़ताल स्थगन की घोषणा के बाद रविंद्र चौबे ने कहा कि संघ की पूरी टीम को हृदय से धन्यवाद। मुख्यमंत्री जी की अपील को स्वीकार कर हड़ताल वापस लिया. विभिन्न मांगों को लेकर हमने चर्चा की. मुख्यमंत्री से भी चर्चा हुई थी. मुख्यमंत्री के निर्देश पर फेडरेशन के अध्यक्ष के आग्रह पर सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई. अधिकांश मांगों में सहमति बनी. आंदोलन का स्थगन हुआ है.
मंत्री चौबे ने कहा कि आने वाले समय में कर्मचारी-अधिकारियों के हितों में जो भी निर्णय सरकार की ओर से आवश्यक होगा, हम लोग निर्णय लेंगे और इसी आश्वासन के उपरांत आंदोलन खत्म हुआ है. उन्होंने आंदोलन स्थगन की घोषणा के लिए कर्मचारी संघ को धन्यवाद दिया.