भाटापारा। पिछले दो वर्षों से कोरोना संकट के बीच जारी लॉकडाउन व पाबंदियों के चलते सभी तीज, त्यौहार, उत्सव, पर्व फीके रहे। चूंकि अब जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या बेहद कम है और जिले में पाबंदी लागू नहीं है जिसके चलते इस वर्ष सिंधी इष्टदेव सांई झूलेलालजी का चेट्रीचंड्र महोत्सव 1 व 2 अप्रैल को उमंग, उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
1 अप्रैल को महिलाओं द्वारा भगवा ध्वज के साथ अयोलाल झूलेलाल के नारे लगाती विशाल वाहन रैली झूलेलाल धाम से निकाली गई जो प्रेम प्रकाश मंदिर पर समाप्त हुईं। रात्रि 10 बजे ग्वालियर के मास्टर दिव्यांश का भक्ति कार्यक्रम हुआ।
2 अप्रैल को प्रातः 10 बजे सद्भावना वाहन रैली बाबा गरीबदास मंदिर से निकाली गई जो नगर भ्रमण करते हुए झूलेलाल धाम पर समाप्त हुईं रैली का जगह जगह स्वागत किया गया।
दोपहर पूजा अर्चना के बाद आम भंडारा आयोजित किया गया तत्पश्चात भगवान झूलेलाल की विशाल शोभा यात्रा बहराने साहिब के रुप में रथ पर निकाली गई। शोभा यात्रा झुलेलाल मंदिर से रवाना होकर सती मंदिर, ओवर ब्रिज होते हुए एस एस डी धाम, गोदड़ी वाला धाम, शीतला मंदिर, बाबा गरीबदास मंदिर, प्रेमप्रकाश मंदिर होते हुए झूलेलाल तालाब पहुंची जहां महाआरती पल्लव के बाद ज्योत का विसर्जन रामसागर पारा तालाब में किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पूज्य सेंट्रल सिंधी पंचायत, पूज्य बिरादरी पंचायत, दाल मिल एसोसिएशन, पोहा मुरमुरा संघ, बाबा गरीबदास सेवा मण्डल, एस एस डी सेवा मण्डल, गोदड़ी वाला सेवा समिति, प्रेमप्रकाश मण्डल, बाबा गुरमुखदास सेवा समिति, जे जे एल युवा समिति, सिंधी महिला मण्डल के अलावा समाज के सैकड़ो युवा, महिलाएं, पुरुष, बच्चे व बुजुर्ग शामिल थे।