भाटापारा। भाटापारा को जिला बनाने विधायक शिवरतन ने लाया अशासकिय संकल्प भाटापारा की सबसे बहुप्रतिक्षित मांग को लेकर भाटापारा विधायक के द्वारा शुक्रवार को अशासकिय संकल्प पेश किया गया। जिसमे विधायक ने कहा कि दिनांक 01 अप्रैल 2022 से जिला बलौदाबाजार-भाटापारा से भाटापारा को पृथक कर भाटापारा को स्वतंत्र जिला घोषित किया जावे।
शिवरतन शर्मा ने मांग करते हुए कहा है कि भाटापारा नगर जनसंख्या की दृष्टि से छत्तीसगढ़ के 14वें स्थान पर है। भाटापारा नगर पालिका छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी नगर पालिका है। भाटापारा नगर आगमन की दृष्टि से मुंबई हावड़ा मुख्य मार्ग पर स्थित है। भाटापारा की कृषि उपज मंडी प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी है। भाटापारा नगर में जिले का एकमात्र जी एस टी कार्यालय भी स्थित है।
विधायक शर्मा ने कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से भाटापारा क्षेत्र से बहुत से छोटे/ बहुत कम जनसंख्या वाले नगर व क्षेत्र को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जिला घोषित कर दिया गया है, जबकि ऐसे क्षेत्रों की तुलना में जिला कार्यालय से भाटापारा क्षेत्रवासियों का अधिक काम पड़ता है, इसलिए 01 अप्रैल 2022 से भाटापारा को पृथक जिला घोषित किया जावे।
जिसको सदन मे रखने के पंश्चात मतदान पद्वति से वोटिंग हुआ। जिसमे शुक्रवार को विधानसभा मे लगभग 58 विधायक मौजूद रहे, जिसमे से मतदान होने की प्रक्रिया पर भाटापारा को स्वतंत्र जिला बनाने के पक्ष मे 12 मत मिले, वही भाटापारा का जिला नही बनाने के पक्ष मे 45 मत मिले।
भाटापारा को जिला बनाने का जब जब मुद्या गरमाया और पिछले 15 साल के भाजपा शासन काल मे कांग्रेस को जब राजनीति को गरमाने या राजनीति का मुद्दा रखने की बात आई तब हमेशा भाटापारा को जिला बनाने की बात कही गई। वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व.नंदकुमार पटेल का सपना भाटापारा को जिला बनाने का रहा। टीएस सिंहदेव, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं मो.अकबर ने जब भाटापारा का दौरा किया तब भाटापारा को जिला बनाने की घोषणा करते हुए हमेशा कहा कि कांग्रेस शासन आने के बाद हम भाटापारा को जिला बनाएंगे लेकिन आज जब विधानसभा मे भाटापारा को जिला बनाने का अशासकीय संकल्प पेश किया गया तो भाटापारा को जिला बनाने के विपक्ष मे मतदान करते दिखाई दिए ।
भाटापारा निवासी आज एक बार फिर निराश हुए। कांग्रेस शासन काल आने के बाद भाटापारा जिला बनेगा इसके लिए बहुत आशा लगाई गई थी और भाटापारा को जिला बनाने के नाम से जो संगठन जिला निर्माण समिति बनाई गई थी जिससे भाटापारा के कांग्रेस के नेता भी शामिल थे और एैसा लग रहा था कि कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस के नेता भाटापारा मे जिसको जनता ने प्यार देते हुए भाटापारा नगर पालिका एवं जनपद मे कांग्रेस को कमान सौपी और आशा करती रही कि भाटापारा के विकास को देखते हुए भाटापारा जिला बनने को सपना साकार होगा। लेकिन कांग्रेस की भाटापारा जिला बनाने के विपक्ष मे आने की गतिविधियो को देखकर फिर एक बार अपने साथ राजनीतिक छलावा और उपेक्षित होने का भाव महसूस कर रही है और भाटापारा जिला बनाने की मंशा राजनीतिक रोटी सेकने का शिकार होते देख रही है।
भाटापारा को जिला बनाने के लिए विधायक शिवरतन शर्मा ने विस में लाया अशासकीय संकल्प, हुआ खारिज
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