राजनांदगांव। गत महीने पुलिस को उस समय सफलता मिली, जब जिला मुख्यालय से 76 किमी दूर गातापार क्षेत्र में पुलिस और नक्सली में जबर्दस्त मुठभेड़ हुई, उस मुठभेड़ में एक नक्सली गंभीर घायल हो गया था, जिन्हें नक्सली छोड़कर भाग गये थे। जिसका वर्तमान में रायपुर में इलाज चल रहा है। पूछताछ के बाद और भी मामलों का पर्दाफाश होगा। घायल नक्सली को सर्चिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया।
इसके निशानदेही पर जिला पुलिस बल और आईटीबीपी को बड़ी सफलता मिली। बड़ी मात्रा में वॉकी-टॉकी, चायना मॉडल पिस्टल के बड़ी मात्रा में कारतूस, हस्तलिखित डायरी मिली। हस्तलिखित डायरी से बहुत सी बातों का खुलासा होगा। वहीं यह भी मालूम पड़ा है कि वनांचल क्षेत्रों में नक्सलियों में भारी गुटबाजी चल रही है, जिसके कारण नक्सलियों का एक ग्रुप दूसरे ग्रुप को पछाडऩे में लगे है। प्रदेश सरकार की वनांचल में चल रही विकास योजनाओं का भारी प्रभाव पड़ रहा है, जिसके कारण नक्सली अब आने वाले समय में बड़ी संख्या में आत्म समर्पण करने का मन बना चुके है।
जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागृह में आज पत्रकारवार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग क्षेत्र, दुर्ग विवेकानंद सिन्हा के निर्देशन में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान को उस समय एक और सफलता मिली जब 30 जून 2020 को चौकी जोब अंतर्गत ग्राम कटेंगा एवं खोभा के बीच हुये पुलिस नक्सली मुठभेड़ में घायल डीव्हीसी एवं प्लाटून नंबर-1 के कमांडर डेविड उर्फ उमेश उर्फ अगनान उईके उम्र 34 वर्ष निवासी सावली थाना कोरची जिला गढ़चिरौली से पूछताछ किया गया। डेविड उर्फ उमेश ने बताया कि ग्राम घोबेदल्ली-मांगीखोली-छुईपानी के बीच जंगल पहाड़ी में 4 अलग-अलग जंगल एम्युनेशन, डेटोनेटर, वायरलेस सेट (वाकीटाकी) एवं नक्सली साहित्य को स्टील के डिब्बा में गड़ा कर रखे है कि सूचना पर थाना गातापार से उप निरीक्षक जितेन्द्र डहरिया के नेतृत्व में जिला बल, छसबल एवं बीडीएस टीम राजनांदगांव की संयुक्त पार्टी ग्राम घोबेदल्ली मांगीखोली-छुईपानी के बीच जंगल पहाड़ी को सर्च करने रवाना किया गया।
डेविड के द्वारा बताये स्थान को पुलिस पार्टी द्वारा सर्च करने पर चारों डंप बरामद कर लिया गया, किंतु 2 डंप खाली मिला जिसमें कुछ भी नहीं था एवं 1 डंप में स्टील डिब्बा के अंदर एके-47 के 35 कारतुस, 9 एमएम के 345 कारतुस, एसएलआर के 169 कारतुस, 303 रायफल के 162 कारतुस, 12 बोर के 15 कारतुस, 22 के 135 कारतुस एवं चाईना मॉडल पिस्टल के 114 नग कुल-975 कारतुस 303 चार्जर क्लीप-23 नग, तथा दूसरा डंप में स्टील डिब्बा के अंदर डेटोनेटर-6 नग, मोटोरोला वॉकी-टॉकी-12 नग, वॉकी-टॉकी क्लीप-14 नग, सीसीएम दीपक तेलतुम्बडे द्वारा हस्तलिखित डायरी व नक्सल साहित्य बरामद किया गया।
इसके साथ-साथ घायल नक्सली डेविड उर्फ उमेश उईके द्वारा थाना बागनदी के ग्राम कन्हारटोल एवं शेरपार के बीच जंगल पहाड़ी में भी एक डंप बताया जिसको सर्च करने निरीक्षक अब्दुल समीर थाना प्रभारी बोरतलाव एवं डीआरजी प्रभारी उप निरीक्षक अमृत साहू के नेतृत्व में जिला बल, डीआरजी राजनांदगांव एवं बीडीएस टीम राजनांदगांव की एक टीम रवाना किया गया। घायल नक्सली डेविड के बताये अनुसार उक्त जंगल पहाड़ी को सर्च करने पर एक स्टील डिब्बा के अंदर 10 नग पॉलिथिन एवं 1 नग दूध पॉवडर का डिब्बा बरामद किया गया। उपरोक्त सफलता में जिला पुलिस बल, डीआरजी, छसबल एवं बीडीएस टीम तथा नक्सल सेल राजनांदगांव के अधिकारियों एवं जवानों का विशेष योगदान रहा। पत्रकारवार्ता में अति. पुलिस अधीक्षक गोरखनाथ बघेल, सीएसपी मणिशंकर चंद्रा, लालबाग थाना प्रभारी मयंकरण सिंह बसंतपुर थाना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।