नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में जिन किसानों की हत्या की गई है, उनके परिजनों को एक-एक करोड़ रूपये का मुआवजा दिया जाए और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।
श्री बघेल जो लखीमपुर खीरी जाना चाहते थे उन्हें लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई, इसके बाद वह दिल्ली लौटे और कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित किसी भी विपक्षी नेता को मृत किसानों के परिवारों से मिलने के लिए नहीं जाने दे रही है।
भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अंग्रेजो से प्रभावित होकर काम कर रही है। उन्होंने प्रश्न किया कि क्या उत्तर प्रदेश में जाने के लिए पासपोर्ट और वीजा की जरूरत है?
लखीमपुर खीरी की घटना से यह साबित हो गया है कि भाजपा को किसान पसंद नहीं हैं। उन्होंने प्रश्न किया कि यह कहा जा रहा है कि वहां मंत्री का पुत्र नहीं था तो फिर उसे क्यों बचाया जा रहा है। लगता है कि उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार समाप्त हो गये हैं।
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा उनके खिलाफ किसी भी आवाज को बर्दाश्त नहीं कर सकती। अधिकांश विपक्षी नेताओं को या तो हिरासत में लिया गया है या नजरबंद कर दिया गया है। यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि हत्या थी।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के सिलगेर में घटना घटी थी परंतु हमने तो वहां जाने से किसी को नहीं रोका। अंत में उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना पर प्रधानमंत्री द्वारा वक्तव्य नहीं दिए जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया।
लखीमपुर घटना के लिए जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त करें, मृत किसानों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए: मुख्यमंत्री
