दुर्ग । सेल ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2019-20 के वित्तीय परिणामों की घोषणा कर दी। लगातार तीन तिमाही तक 771 करोड़ के घाटे में रहने के बाद भी अंतिम तिमाही में शानदार प्रदर्शन के कारण कंपनी 2021.54 करोड़ (पीएटी) के लाभ में रही। बीएसपी एक बार फिर अधिक कारोबार की वजह से प्राफिट में अन्य इकाइयों से आगे रही।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान टैक्स समेत (पीबीटी) कुल 3170.66 करोड़ लाभ दर्ज किया है और टैक्स चुकाने के बाद (पीएटी) 2021.54 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है। सेल ने यह लाभ कोरोना वायरस महामारी के साथ ही चुनौतीपूर्ण बाजार की स्थितियों के बावजूद अर्जित किया गया है। इस दौरान कंपनी ने कुल 61024.88 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। बीएसपी ने अपना प्राफिट बीते वर्ष के मुकाबल इस बार दोगुना कर लिया है। वित्त वर्ष 2018-19 में उसे 1608.91 करोड़ का प्राफिट हुआ था जो इस बार बढ़कर 3398.94 करोड़ हो गया। 8 प्रमुख इकाइयों में बीएसपी, राउरकेला और बोकारो को छोड़ ज्यादातर इकाइयां घाटे में रही।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 के मुक़ाबले वित्त वर्ष 2019-20 में निर्यात में 54% की बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए, अब तक का सर्वाधिक 11.8 लाख टन लाख का निर्यात किया है, जो कंपनी की अपने बाज़ार के विस्तार करने की सुनियोजित रणनीतियों का परिणाम है।
सबसे बड़ी क्रूड स्टील उत्पादक कंपनी
कंपनी वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 161.5 लाख टन कच्चे इस्पात उत्पादन के साथ, फिर से सबसे बड़े क्रूड स्टील उत्पादक कंपनी के रूप में उभरी है। इस दौरान 150.83 लाख टन विक्रेय इस्पात उत्पादन किया है, जो अब का सर्वाधिक है। इस वित्त वर्ष के दौरान कंपनी इस्पात उत्पादन के लिए ज़रूरी (इनपुट) खनिजों की सबसे अधिक खनन करने वाली कंपनी बनी है। कंपनी ने कुल 324.06 लाख टन लौह अयस्क, फ्लक्स (चूना पत्थर और डोलोमाइट), कोकिंग कोल और गैर-कोकिंग कोयले का खनन किया है।
प्लांट के आपरेशन में भी बेहतर प्रदर्शन
कंपनी ने कुशल संयंत्र प्रचालन के लिए अपने तकनीकी-आर्थिक मानकों को भी बेहतर किया है। सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान स्पेसिफिक एनर्जी कंजंप्शन में अब तक का सर्वाधिक वार्षिक सुधार 6.47 गीगा कैलोरी / प्रति टन क्रूड स्टील दर्ज किया है, जो वित्त वर्ष 2018-19 के 6.50 गीगा कैलोरी / प्रति टन क्रूड स्टील के मुक़ाबले बेहतर है।
अफसरों के पे रिवीजन की राह खुली
लगातार तीसरे साल कंपनी के प्राफिट में आने के बाद कंपनी थर्ड पीआरसी के दायरे में आ गई है। यानि अफसरों का वर्तमान वर्ष में पे रिवीजन होना तय हो गया है। कंपनी का अंतिम तीन साल का कर पूर्व लाभ का औसत 1917 करोड़ है। वहीं कर्मचारियों को वेज रिवीजन के लिए बजट का इंतजार करना होगा क्योंकि अंतिम तिमाही में भी प्रबंधन ने उनके वेज रिवीजन के लिए बजट प्रावधान नहीं किया है। अब वर्तमान वित्त वर्ष के पहली तिमाही के नतीजे से बाद ही तस्वीर स्पष्ट हो पाएगी।
सरकार की नीतियों से कंपनी को हुई प्राफिट
सेल इस चुनौतीपूर्ण दौर में भी पिछले लगातार दो वित्तीय वर्षों से लाभ हासिल करना जारी रखे हुए है। सरकार की सहायक नीतियों ने कंपनी के लाभ को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी लगातार विक्रय, वैल्यू एडेड एवं स्पेशल स्टील और नए उत्पादों की हिस्सेदारी बढ़ाने तथा लागत को अनुकूलतम बनाए रखने के लगातार प्रयासों के जरिये अपने निष्पादन को लगातार बेहतर बनाने में लगी हुई है।
0 अनिल कुमार चौधरी, चेयरमैन, सेलप्लांट वार वित्तीय प्रदर्शन
प्लांट
बीएसपी (भिलाई) 645.88 509.37 3398.94
डीएसपी (दुर्गापुर) – 270.85 278.62 (107.87)
आरएसपी (राउरकेला) – 180.24 1472.21 321.20
बीएसएल (बोकारो) 526.16 1916.49 468.53
आईएसपी (बर्नपुर) – 988.55 – 402.05 (432.97)
एएसपी (अलाय) – 47.46 – 40.64 (63.71)
एसएसपी (सलेम) – 211.07 – 259.00 (227.93)
वीआईएसपी (विश्वेसरैया) – 108.90 – 75.72 (73.85)
कर पूर्व लाभ – 758.94 3337.89 3170
नोट – आंकड़े करोड़ में
महारत्न कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी शेयर मूल्य 2019 2020
आईओसीएल 86.75 16894 1313
भेल 41.20 1215 – 1472
बीपीसीएल 378.05 7132 2683
कोल 132.75 10469 11280
गेल 102.35 6025 6620
एचपीसीएल 211 6028 2637
एनटीपीसी 91.20 11749 10112
ओएनजीसी 81.30 26715 13444
पीजीसीआईएल 169.45 9938 10811
सेल 35.20 2178 2021
नोट – आंकड़े करोड़ में