व्याख्याता पद के लिए 3 वर्ष में लोक शिक्षण संचालनालय नहीं बना सका वरिष्ठता सूची-शालेय शिक्षक प्रधानपाठक संघ ने लगाया आरोप, कहा- अधिकारियों को नियम की जानकारी नहीं

 रायपुर। व्याख्याता पद पर वर्षो से पदोन्नति की राह देख रहे शिक्षकों के अधिकार पर विभागीय अधिकारी की लापरवाही भारी पड़ रहा है। विगत 03 वर्षों से विभाग के अधिकारी सहीं वरिष्ठता सूची नहीं बना पाये हैं। शालेय शिक्षक प्रधानपाठक संघ के प्रांताध्यक्ष मनोज साहू, सचिव सुरेश वर्मा ने बताया है कि व्याख्याता के पद पर पदोन्नति हेतु विभाग की अधिकारियों की ऐसी लापरवाही कहीं देखनें नहीं मिलेगी, जहां पहले पदोन्नति हेतु वरिष्ठता सूची कार्यभार ग्रहण के आधार पर बनाई गई फिर वही वरिष्ठता सूची नियुक्ति तिथि से बनाई गई, और फिर उसे अन्तत: उम्र के आधार पर बनाई गई, जिस पर संघ द्वारा लगातार पत्राचार करने पर दिनांक 01/04/2020 की स्थिति में सहीं वरिष्ठता सूची बनाकर दिनांक 16/02/2021 को प्रकाशित किया गया था। व्याख्याता का पद राजस्तर के होने के कारण राज्य भर के उच्च श्रेणी शिक्षक एवं प्रधानपाठक प्राथमिक शाला की संयुक्त अंतिम वरिष्ठता सूची दिनांक 16/02/2021 के आधार पर पदोन्नति किया जाना था लेकिन दिनांक 07/06/2021 की अंतिम वरिष्ठता सूची में बिना सक्षम अधिकारी के आदेश के बिना, सूची में संशोधन मौखिक निर्देश पर केवल रायपुर संभाग में किया गया । पदाधिकारियों ने बताया है कि 11 वर्ष की वरिष्ठता को छोड़कर 05 वर्ष की वरिष्ठता वालों को पदोन्नति देने के लिये उक्त गड़बड़ी की जा रही है। प्रदेश में प्रतिवर्ष पूरे 27 जिलों में स्थानंातरण होता है लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रायपुर एवं संभागीय शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों द्वारा केवल बलौदा बाजार जिला से स्थानांतरण पर आये प्रधानपाठक प्राथमिक शाला की वरिष्ठता स्थानांतरण दिनांक से बनाई गई है। अन्य 26 जिलों में किसी भी शिक्षकों का वरिष्ठता सूची स्थानांतरण के आधार पर नहीं बनाया जो अपने आप में बहुत गंभीर एवं अधिकारियों पर प्रश्न चिन्ह है ? और इन्हीं कारणों से प्रधानपाठक पूर्व माध्यमिक शाला रायपुर संभाग की आगामी पदोन्नति पर माननीय हाईकोर्ट द्वारा स्टे लगा दिया गया है। अधिकारियों के द्वारा अपने इगो को बचानें के लिये शासन-प्रशासन को बदनाम करने एवं कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित करने हेतु मौखिक निर्देश देना उचित नहीं है। संघ के – शिव वर्मा, नवीन झा, श्रीमति संज्ञा चन्द्राकर, मनीषा गौराहा, सरिता वर्मा, विमला संजीवन, सीमा येवले, हीरा वर्मा, सपना देवांगन, राजेश शानिंग, लक्ष्मण वर्मा, मोतीलाल साहू, गणेश प्रसाद साहू, खिलेन्द्र साहू, रमेश श्रीवास, पुनीत सोनवानी, संजय वर्मा, दिनेश वर्मा, अरूण सोनी, प्रभात यादव ने इस अन्यायपूर्ण असंवैधानिक एवं त्रुटिपूर्ण दिनांक 07/06/2021 की संशोधित अंतिम वरिष्ठता सूची को निरस्त करते हुये दिनांक 16/02/2021 को जारी अंतिम वरिष्ठता सूची के आधार पर व्याख्याता के पद पर पदोन्नति की  मांग की है।

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