0 अरुण पटेल
जन सरोकारों और जनता की दैनिन्दनीय समस्याओं व कठिनाइयों को लेकर अब जमीनी संघर्ष करने के लिए कांग्रेस कमर कसती नजर आ रही है ताकि वह जनमानस के बीच पार्टी के लिए जनाधार बढ़ाने की आधारभूमि तैयार कर सके। कांग्रेस का मकसद नगरीय निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने का है। इसी कारण राज्य विधानसभा के बजट सत्र के लिए भी कांग्रेस पूरी तैयारी में है ताकि वह शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की चौतरफा घेराबंदी कर सके। विधानसभा के 22 फरवरी से होने वाले बजट सत्र में कांग्रेस नारियल राजनीति के सहारे राज्य सरकार को उसके द्वारा की गई घोषणाओं को आईना दिखा सके। बढ़ती हुई पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि को लेकर पार्टी प्रदेश और केंद्र सरकार दोनों पर ही निशाना साध रही है। आक्रामक तेवरों के साथ उसने 20 फरवरी को पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर आधा दिन का प्रदेशव्यापी बंद रखने का निर्णय किया है। उसके बाद 21 फरवरी को पार्टी का प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में संभागीय सम्मेलन होने जा रहा है। पार्टी की नजर प्रदेश के सबसे बड़े नगर पालिक निगम इंदौर पर कब्जा जमाने की है क्योंकि पिछले दो दशक से भाजपा का महापौर है, इसलिए वह नगरीय निकाय चुनाव के लिए अपनी मैदानी जमावट का आगाज इंदौर से करने जा रही है। नगरीय निकाय चुनाव को भाजपा भी काफी गंभीरता से ले रही है और सदन में किस प्रकार कांग्रेस के नहले पर दहला लगाया जाए उसके लिए उसने अपने विधायकों को उज्जैन में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में टिप्स दे दिए हैं। इस प्रकार मार्च और अप्रैल माह तक प्रदेश की राजनीति काफी आक्रामक रहने वाली है क्योंकि इस अवधि में भाजपा और कांग्रेस नेता एक दूसरे पर बढ़त लेने का कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देंगें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक ट्वीट करते हुए पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दाम को लेकर 20 फरवरी 2021 को आधे दिन का प्रदेश व्यापी बंद रखने का आव्हान किया है। कमलनाथ ने कहा है कि पेट्रोल-डीज़ल एवं रसोई गैस के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जनता पर महंगाई की मार निरंतर बढ़ती जा रही है। जो लोग महंगाई से राहत के नाम पर सत्ता में आये थे वो आज जनता को रोज़ महंगाई की आग में झोंक रहे है। जनता निरंतर करों में कमी कर राहत प्रदान करने की माँग कर रही है लेकिन भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसी भी प्रकार की राहत प्रदान नहीं कर रही है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस जनता के साथ सदैव खड़ी है, जनता के हित के लिये हम सदैव संघर्षरत हैं और रहेंगे। पेट्रोल-डीज़ल व रसोई गैस के दामों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध स्वरुप, जनता को राहत प्रदान करने की माँग व भाजपा सरकार को कुंभकर्णीय नींद से जगाने को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस 20 फ़रवरी को जनता से स्वेच्छा से आधे दिन के प्रदेश बंद का आव्हान करती है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पेट्रोल- डीजल तथा गैस सिलेण्डर के दामों में लगातार बेतहाशा वृद्धि के कारण आम नागरिकों को होने वाली घोर आर्थिक परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए मूल्य वृद्धि के विरोध स्वरूप एवं आम नागरिकों के आक्रोश को केंद्र एवं राज्य शासन तक पहुंचाने हेतु प्रदेश व्यापी आधे दिन का बंद करने का आव्हान किया है। कमलनाथ ने प्रदेश की जनता का आव्हान किया है कि वे अपनी स्वेच्छानुसार आधे दिन के बंद को सफल बनाने में अपना योगदान देवें। प्रदेश कांग्रेस कमेटी आधे दिन के बंद में दूध का वितरण एवं एम्बुलेंस तथा दवाईयों की दुकानें बंद से मुक्त रखेगी।
21 को संभागीय सम्मेलन इंदौर में
21 फरवरी को इंदौर में कांग्रेस का संभागीय सम्मेलन होने जा रहा है ,जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ भी शामिल होंगे। नगरीय निकाय चुनाव की मैदानी जमावट का आगाज करने की पृष्ठभूमि में यह आयोजन काफी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चार्ज करने तथा उनमें जीत का जज्बा पैदा करने की हरसंभव कोशिश करेगी। इस मौके का एक फायदा यह होगा कि कमलनाथ 8 जिलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं तथा निकाय चुनाव के टिकट के दावेदारों से मुखातिब होंगे। इस सम्मेलन के आयोजन को लेकर इंदौर शहर कांग्रेस ने स्थानीय नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं। इस सम्मेलन में प्रत्याशी चयन समिति के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। इस दृष्टि से टिकट के दावेदारों द्वारा शक्ति प्रदर्शन करने की संभावना है।
नारियल लेकर जाएंगे विधायक
22 फरवरी से होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेसी विधायक नारियल राजनीति के सहारे शिवराज सरकार को असहज स्थिति में लाने का प्रयास करेंगे। एक बार फिर बजट सत्र में नारियल राजनीति के केंद्र में होगा। सदन के अंदर और बाहर शिवराज सरकार और भाजपा को घेरने की कांग्रेसी राजनीति के सारे सूत्र कमलनाथ के हाथों में होंगे क्योंकि वह प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही नेता प्रतिपक्ष भी हैं। विशेषकर कमलनाथ 28 विधानसभा उप चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते रहे हैं कि वह अपनी जेब में नारियल लेकर चलते हैं और तात्कालिक लाभ के लिए चाहे जहां फोड़ देते हैं। कांग्रेसी विधायक नारियल लेकर सदन में जाएंगे और मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों को भेंट कर पूछेंगे कि आपके वादों का क्या हुआ? कांग्रेस के तेवर देखते हुए लगता है कि बजट सत्र काफी रोचक और हंगामेदार होने वाला है। उल्लेखनीय कि उपचुनाव के दौरान कमलनाथ ने शिवराज पर 17 हजार से अधिक घोषणाएं करने का आरोप लगाया था। उस समय कमलनाथ कहा करते थे कि मुख्यमंत्री यदि लोकार्पण के नारियल फोड़ देंगे तो मुझे खुशी होगी। उस पर शिवराज ने तंज किया था कि हम जेब में नारियल लेकर चलते हैं शैम्पेन की बोतल तो नहीं।
और अंत में………..
छतरपुर जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र के परेथा में जहरीली शराब पीने से पिता-पुत्र सहित चार व्यक्तियों की मौत हो जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि उज्जैन में ज़हरीली शराब से 14 लोगों की, मुरैना में 25 लोगों की मृत्यु के बाद अब छतरपुर में शराब से 4 लोगों की दुखद मौत ? शिवराज जी, ये शराब माफिया कब तक यूँ ही लोगों की जान लेते रहेंगे ? आख़िर “ये माफिया कब गड़ेगें, कब टगेंगे, कब लटकेंगे, आपका बदला हुआ मूड कब इन माफ़ियाओ को दिखेगा ? रेत माफिया, भू माफिया, वन माफिया, शराब माफिया सब तरह के माफिया आपकी सरकार आते ही वापस बेख़ौफ़, रोज़ सरकार को दे रहे है खुली चुनौती ? आपके सारे दावे जुमले साबित हो रहे है। उन्होंने दावा किया कि हमने 15 माह में ही प्रदेश को माफियामुक्त व भयमुक्त बनाने की दिशा में ठोस काम किया था लेकिन आपकी सरकार में प्रदेश वापस माफिया युक्त बनता जा रहा है। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सीमावर्ती जिलों पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि अन्य प्रदेशों से अवैध तरीकों से शराब ना आए। छतरपुर में शराब पीने से हुई मृत्यु के मामले में अत्यधिक शराब पीने संबंधी जानकारी प्राप्त हुई है ।