पाटन। राम मंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद का हल सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए जाने के बाद भी भाजपा की राजनीतिक दुकान बंद होने का नाम नहीं ले रही है। अब भव्य मंदिर बनाने के नाम पर चंदा वसूली की जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह बातें वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्वनी साहू ने कही। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं उनके संगठनों ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए पूर्व में ही देश की जनता से चंदा लिया था , जिसका कोई हिसाब नहीं है। आज फिर से देश की जनता से चंदा इकट्ठे किए जा रहे हैं ऐसे में सवाल उठना लाजमी है। पूर्व में लिए गए चंदे के पैसे कहां गए।जनता को उनके पैसे का हिसाब कौन देगा? उन्होंने भाजपा नेताओं से पूछा है कि क्या भाजपा को मंदिर निर्माण का ठेका मिल मिला है।श्री साहू ने कहा कि राम मंदिर बनेगा जो सबके आस्था का केंद्र है पर भाजपा इसमें भी वसूली करने से बाज नहीं आ रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों में लाखों किसान अपने घर एवं घर का काम छोड़ तीन कृषि बिल विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जो महीनों से ज्यादा समय हो गए हैं! उनकी सुध क्यों नही ली जा रही है।भाजपा के नेता देश के उन किसानों के हृदय में झांककर देखें वहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम दिखेंगे।श्री साहू ने कहा कि भाजपा के नेता पहले राम की लोक नीति याद कर लें।
प्रथम राज पद नहीं, प्रथम है कठिन तपस्या!
कैसे बनता रामराज्य यह है जटिल समस्या!!
प्रथम मुकुट सिर नहीं, सिर पर जटा जूट है!
सिहासन का त्याग, कुशासन चित्रकूट है!!
उन्होंने कहा कि भगवान राम की माता कौशिल्या का मायका हमारा अपना छत्तीसगढ़ है, जहां राम वन गमन पथ के लिए छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है।इसमें भाजपा के नेताओं ने कितने रुपए का चंदा दिया है यह भी बताएं। श्री साहू ने कहा कि भाजपाई पहले राज्य की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीख लें।