जय और विजय के कुपोषित होने के संबंध में जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक, कार्यकर्ताओं और महिला समूहों ने सम्हाली। बच्चों को प्रतिदिन निर्धारित मीनू अनुसार भोजन के साथ अतिरिक्त आहार दिया गया। बच्चों के लिए  रेडी टू ईट प्रदान किया गया। इसके साथ ही तिल मिलाकर रेडी टू ईट का फरा, दो दिन पौष्टिक खिचड़ी, अंकुरित अनाज, प्रतिदिन एक समय के खाने में तेल मिलाकर देने से बच्चों की सेहत में सुधार होने लगा। कार्यकर्ता श्रीमती संतोषी देवदास ने प्रतिदिन गृह भेंट कर बच्चों के खान-पान की जानकारी परिजनों से ली और उन्हें आवश्यक समझाईश देती रहीं। मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत बच्चों की जांच करवाकर प्रतिदिन कार्यकर्ता द्वारा बच्चों को दवा पिलाई गई। इसका असर बच्चों के शरीर में धीरे-धीरे दिखाई देने लगा। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के शुरू होने के समय अक्टूबर 19 मई में जय का वजन 7.100 किलाग्राम और विजय का वजन 7.200 किलोग्राम था। उचित देख-रेख से 6 महीनों में ही बच्चों का वजन 1.500 किलोग्राम बढ़ गया है। बच्चों के सुपोषित हो जाने से उनके माता-पिता बहुत खुश हैं और उन्होंने बच्चों की बेहतरी के लिए शुरू की गई योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद दिया है।