72 मोबाइल हैंडसेट एवं 70 सिम को हथियार बनाकर करता था ठगी ,10 लाख ठगने वाले को दिल्ली से पकड़ लाई दुर्ग

दुर्ग। बीमा अधिकारी बनकर मैच्युरिटी मनी दिलाने के नाम पर लोगों से 10 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को दिल्ली से जिला पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आज आरोपी को भिलाई लाने के बाद पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने पुलिस नियंत्रण कक्ष मे आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि शंकर राव कटारे ने चौकी पद्मनाभपुर में लिखित शिकायत की थी कि वर्ष 2013 में उसके द्वारा एसबीआई लाईफ इन्शोरेंन्स कराया गया था। माह जुलाई-अगस्त 2020 को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा विभिन्‍न मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल नंबर पर फोन करके उनका इंश्योरेन्स पालिसी पुराना होने एवं अधिक मूल्यवान बनाने हेतु आलोक शर्मा एवं आशीष शर्मा ने अपने विभिन्‍न खातों में लगभग दस लाख रूपये धोखे से डलवाया और ठगी के बाद फोन नहीं उठा रहे। सायबर सेल की मदद से आरोपियों के दिल्‍ली में होने की जानकारी पुलिस को मिली।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी हेतु नई दिल्‍ली टीम रवाना किया। दिल्‍ली पहुंचने पर पुलिस टीम को पता चला कि आरोपियों के द्वारा ठगी से प्राप्त राशियों को अलग-अलग बैंको के खाते में ट्रांसफर किया गया है। टीम ने विभिन्‍न बैंको में जाकर पता कर आरोपी का फोटो बैंक से लिया और विभिन्‍न मोबाईल नम्बरों के आधार पर दिल्‍ली स्थित टीम को दुर्ग सायबर सेल के द्वारा लगातार सूचनाएं भेजी गईं।

दिल्‍ली में आरोपियों के खाता नंबर का अवलोकन करने से ज्ञात हुआ कि ठगी द्वारा ट्रांसफर किये गये रूपयों को आरोपी द्वारा अपने अन्य 6 खाता नंबरों पर पैसा ट्रांसफर कर दिल्‍ली के विभिन्‍न एटीएम से नगदी आहरण किया गया। दिल्‍ली में आरोपियों द्वारा ठगी में उपयोग किये गये विभिन्‍न खातों को होल्ड कर लगभग साढे़ चार लाख की डेबिड को फिज कराया गया। फोटो के आधार पर आरोपी आशीष शर्मा को मयूर विहार फेस दिल्‍ली में पकड लिया गया। पत्रकार वार्ता मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित कुमार झा,नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर अजीत कुमार यादव, उप पुलिस अधीक्षक प्रवीर चंद्र तिवारी, निरीक्षक सायबर सेल नरेश पटेल, उपनिरीक्षक राजीव तिवारी, नरेश सार्वा उपस्थित थे।

पुलिस टीम ने बताया कि आरोपी से पूछताछ करने पर उसने अपना मूल नाम विराज गुप्ता पिता श्याम बाबू गुप्ता उम्र 24 साल निवासी न्यू अशोक नगर, पूर्वी दिल्‍ली का होना बताया। वह अपने साथी दीपक मेहता के साथ मिलकर इंश्योरेंस अधिकारी बनकर ठगी करता है। उसने फर्जी ढंग से अपना आशीष शर्मा के नाम पर एकाउंट तथा दीपक मेहता ने आलोक शर्मा के नाम पर एकाउंट खोला है, जिसका उपयोग इनके द्वारा ठगीं करने के लिये किया जाता है।

आरोपी विराज गुप्ता उर्फ आशीष शर्मा के पास से विभिन्‍न कंपनी के 72 नग मोबाईल एवं चार्जर विभिन्‍न कंपनी के 70 नग सिम, डेबिड/क्रेडिट कार्ड 4 नग, ठगी संबंधी डायरी जिसमे विभिन्‍न कस्टमरों का डिटेल लिखा हुआ 5 नग, विराज गुप्ता के नाम का ड्राईविंग लायसैंस, वोटर कार्ड एवं पेन कार्ड, आशीष शर्मा के नाम का वोटर कार्ड एवं पेन कार्ड, आलोक शर्मा के नाम का वोटर कार्ड एवं पेन कार्ड, आशीष शर्मा और आलोक शर्मा के नाम का विभिन्‍न 7 नग चेक बुक एवं नगदी 77 हजार रूपये जब्त किया गया। आरोपी को मयूर बिहार फेस-। पूर्वी दिल्‍ली से गिरफ्तार कर संबधित न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त दुर्ग लाया गया।

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