रायपुर/ ऐसा लग रहा है एसआईआर नागरिकों को परेशान करने के लिए किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जब से प्रदेश में एसआईआर शुरू हुआ है प्रदेश का हर मतदाता मानसिक रूप से परेशान है। लोग पहले की मतदाता सूचियों में अपने परिजनों का नाम ढूंढ रहे है, बीएलओ से अपना प्रपत्र देने की गुहार कर रहे, गणना प्रपत्र मिल भी गया तो उसको भरने और जमा करने के लिए परेशान हो रहे है। ऐसा लग रहा कि एसआईआर आम आदमी को परेशान करने का जरिया सरकार ने बना दिया है। हर आदमी अपनी नागरिकता बचाने की कवायद में लगा हुआ है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि आयोग कहता है कि 97 प्रतिशत मतदाताओं तक गणना प्रपत्र पहुंच गया है, धरातल पर गणना पत्रक 25 प्रतिशत घरों तक नहीं पहुंची है। जिनके घरों तक गणना पत्रक पहुंची है उसमें ये भी एक दो सदस्यों का गणना पत्रक मिल नहीं रहा है। एक ही घर में कई सदस्यों के गणना पत्रक अब तक नहीं पहुंचे है, चुनाव आयोग कागजी दावा कर रहे है। आरक्षित सीटों की संख्या कम करने आरक्षित वर्गो के नाम मतदाता सूची में काटने की साजिश से मतदाता चिंतित है। बीएलओ को भाजपा नेता कार्यकर्ता ठीक से काम करने नहीं दे रहे है। ऐसी शिकायत जगह-जगह से आ रही है। भाजपा के नेता बीएलओ पर अनुचित दबाव डाल रहे है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष होकर काम नहीं कर रहा है। भाजपा की एजेंसी की तरह काम कर रही है। चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली से ऐसा लगता है इनका फोकस कांग्रेस के कोर वोटर को मतदाता सूची से बाहर करना है। अनुसूचित क्षेत्रों में जनजाति के वोटर के नाम को काटने की बड़ी साजिश की जा रही है, ताकि विधानसभा परिसीमन के समय एसी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों की संख्या की जा सके। वही स्थिति अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों पर देखी जा रही है। ये आरक्षित वर्गो की नेतृत्व खत्म करने की का षड़यंत्र नजर आ रहा है। भाजपा की नीति भी हर स्तर पर आरक्षण खत्म करने की है। सरकारी नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्र एवं अब जनप्रतिनिधि बनने की अधिकार भी आरक्षित सीटें कम कर छीनने की साजिश रची जा रही है।
