रायपुर। शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय, शंकर नगर, रायपुर में कला शिक्षण क्षमता विकास के अंतर्गत पाँच दिवसीय आर्ट एवं क्राफ्ट कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्था के प्रभारी प्राचार्य श्रीमती शेफाली मिश्रा के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम संयोजक श्रीमती योगेश्वरी महाडिक तथा डॉ. लता मिश्रा के कुशल निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर श्रीमती निबेदिता पांडा द्वारा प्रतिभागी छात्र-अध्यापकों को विभिन्न कलात्मक विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया। पाँच दिनों की इस कार्यशाला में फैब्रिक कलर, वॉटर कलर एवं ग्लास पेंटिंग के माध्यम से विभिन्न आकृतियाँ एवं कलाकृतियाँ तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए सभी छात्र-अध्यापकों ने कछुआ, टेबल क्लॉथ, कलश, शुभ–लाभ चिन्ह तथा विविध प्रकार की सजावटी मूर्तियों का आकर्षक निर्माण किया।
कार्यशाला के समापन अवसर पर सभी निर्मित कलाकृतियों की भव्य प्रदर्शनी लगाई गई, जहाँ उपस्थित सभी अतिथियों एवं सदस्यों ने कला-सृजन की मुक्त हृदय से प्रशंसा की। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य तथा आईक्यूएसी प्रभारी श्रीमती शेफाली मिश्रा और डॉक्टर सीमा अग्रवाल ने छात्र-अध्यापकों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि जिस समर्पण से यहाँ सीखा गया है, उसी उत्साह के साथ विद्यालयों में भी बच्चों को कला के प्रति प्रेरित किया जाना चाहिए, ताकि यह श्रृंखला निरंतर आगे बढ़ती रहे।
प्रदर्शनी अवलोकन हेतु संस्था के वरिष्ठ प्राध्यापक श्रीमती कल्पना देशमुख, डॉ. स्वीटी चंद्राकर, डॉ. भावना बैरागी, मंजूषा तिवारी, सुलभा उपाध्याय, श्री शांतनु विश्वास, श्री सतीश तिवारी तथा अन्य अकादमिक सदस्य भी उपस्थित रहे। सभी ने छात्र-अध्यापकों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों की मुक्त हृदय से सराहना की।
कार्यक्रम में छात्र-अध्यापकों ने बड़े उत्साहपूर्वक सहभागिता की तथा भविष्य में भी ऐसी रचनात्मक कार्यशालाओं में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। प्राचार्य एवं समस्त अकादमिक सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
