बिलासपुर। बिलासपुर के पास आज शाम हुए एक ट्रेन हादसे में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, लगभग बीस लोग इस दुर्घटना में घायल हुए हैं। यह हादसा तब हुआ, जब गेवरा रोड से बिलासपुर की ओर आ रही एक मेमू ट्रेन आउटर सिग्नल पर लालखदान के पास खड़ी मालगाड़ी से जा टकराई। इस मेमू ट्रेन का नंबर – छह आठ सात तीन तीन बताया जा रहा है।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि लोकल ट्रेन के आगे के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे, जीआरपी, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि मौके से अब तक पांच लोगों के शव बरामद किए गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार दो लोग अभी भी क्षतिग्रस्त डिब्बे में फंसे हुए हैं, जिनको निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना में हताहतों और घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है। रेलवे ने यात्रियों और उनके परिजनों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बिलासपुर के लिए हेल्पलाइन नंबर है – सात सात सात सात आठ पांच सात तीन तीन पांच। चांपा के लिए – आठ शून्य आठ पांच नौ पांच छह पांच दो आठ। रायगढ़ के लिए – नौ सात पांच दो चार आठ पांच छह शून्य शून्य। पेण्ड्रा रोड के लिए – आठ दो नौ चार सात तीन शून्य एक छह दो और कोरबा के लिए हेल्पलाइन नंबर है – सात आठ छह नौ नौ पांच तीन तीन तीन शून्य। यात्री और उनके परिजन इन नंबरों पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस दुर्घटना के कारण सात ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे ने रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क स्थापित की है।
इस बीच, रेलवे ने इस दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की है। रेलवे द्वारा मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रूपये, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को पांच लाख रूपये और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को एक-एक लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
रेलवे ने इस घटना की विस्तृत जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त से कराने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करने के साथ ही दुर्घटना में जान गवाने वाले व्यक्तियों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बिलासपुर कलेक्टर से फोन पर बात कर प्रभावितों को तत्काल चिकित्सा मुहैया कराने के निर्देश दिए।
