हमारी सरकार सुशासन और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

*श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय*

*लैलूंगा विकासखंड के ग्राम झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित भव्य आयोजन*

*मुख्यमंत्री ने की 63 करोड़ रुपए से अधिक के कई विकास कार्यों की घोषणा*

*50 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा कुंजारा तोलगे मिलूपारा मार्ग*

रायगढ़/ विकासखंड लैलूंगा के ग्राम-झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन भव्य धार्मिक उत्साह और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया सहित अनेक जनप्रतिनिधि और समाजजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन स्वामी आत्मानंद शासकीय हिन्दी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झगरपुर परिसर में किया गया, जहाँ मुख्यमंत्री का समाज के पदाधिकारियों ने पारंपरिक गजमाला पहनाकर और तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर माता रामचंडी के चरणों में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि आज झगरपुर की इस पावन भूमि पर आकर आत्मिक शांति का अनुभव हो रहा है। यह मंदिर न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि हमारे समाज की सांस्कृतिक चेतना और एकता का भी संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आत्मा उसकी संस्कृति और परंपराओं में बसती है। जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं ईश्वर का वास होता है। उन्होंने माता-पिता को सच्चा ईश्वर बताते हुए कहा कि यदि माता-पिता प्रसन्न हैं तो सभी देवी-देवता प्रसन्न रहते हैं। उन्होंने सभी से अपने घर के बड़ों के प्रति सम्मान और सेवा भाव बनाए रखने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार “सुशासन, पारदर्शिता और विकास” के संकल्प के साथ कार्य कर रही है। इसके लिए ई गवर्नेंस की शुरूआत हो चुकी है। साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के 18 से 19 माह के भीतर मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को दो वर्षों का बकाया बोनस दिया गया, धान खरीदी की सीमा 15 से बढ़ाकर 21 क्विंटल प्रति एकड़ की गई। समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपए की सहायता दी जा रही है। 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं। भूमिहीन मजदूर सहायता योजना, तेंदूपत्ता खरीदी 5500 रुपए प्रति मानक बोरा, रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जैसी योजनाएं जनहित में संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ संसाधनों से समृद्ध राज्य है। जनसहयोग और संसाधनों के सही उपयोग से हम विकास के नए अध्याय लिख रहे हैं। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ यह सिर्फ नारा नहीं, हमारी कार्यसंस्कृति है।”
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज 35,440 करोड़ रुपए के परिव्यय वाली दो प्रमुख योजनाओं का शुभारंभ किया है. प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना दलहन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता मिशन। उन्होंने कहा कि यह योजनाएं देश के किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, कृषि उत्पादन वृद्धि और ग्रामीण समृद्धि के लिए सतत प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि भूमि रजिस्ट्री में सुधार कर शासन व्यवस्था में नई पारदर्शिता और जवाबदेही लाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उनका लाभ हर अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है। जनता का विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।

*मुख्यमंत्री द्वारा की गई महत्वपूर्ण घोषणाएं*
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने झगरपुर में सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपए, विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा में कोलता समाज हेतु सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपए, कुंजारा तोलगे मिलूपारा मार्ग के लिए 50 करोड़ रुपए, वार्ड क्रमांक 5 पटेलपारा के बीच नदी में स्टॉप डेम कम कॉजवे निर्माण के लिए 2.5 करोड़ रुपए, लैलूंगा कुंजारा से गमेकेला में खारुन नदी में पुलिया निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपए और वार्ड क्रमांक 11 में शासकीय कन्या हाईस्कूल के नवीन भवन निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है। कोलता समाज का आशीर्वाद और सहयोग सदैव हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहा है।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि प्रदेश का सौभाग्य है कि एक ऐसे जनसेवक के हाथों में नेतृत्व है, जो हर वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने पदभार ग्रहण करने के केवल 12 दिन बाद ही 13 लाख किसानों को 3716 करोड़ बोनस का भुगतान कर दिया। धान खरीदी की सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ और मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल किया गया। प्रदेश में 18 लाख से अधिक गरीब परिवारों को पीएम आवास योजना के अंतर्गत लाभ दिया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि है, और प्रभु श्रीराम इस धरती के भांजा हैं। यही हमारी सांस्कृतिक पहचान और गर्व है। वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय का ध्यान प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि लैलूंगा और आसपास के क्षेत्रों की जरूरतों से मुख्यमंत्री पूर्णतः अवगत हैं। क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक सभी कार्य चरणबद्ध रूप से पूरे किए जाएंगे।
कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, पूर्व विधायक श्री सत्यानंद राठिया, श्रीमती सुनीति राठिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, श्रीमती ज्योति भगत, समाजसेवी अमर अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, गुरुपाल भल्ला, श्रीकांत सोमावर, अरुण कातोरे, जतिन साव, विनय साव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और श्रद्धालु उपस्थित थे। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन जिला पंचायत सदस्य श्री बृजेश गुप्ता ने किया, जिन्होंने कोलता समाज की ऐतिहासिक परंपराओं और 120 उपजातियों की एकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के समापन पर श्री रत्थूलाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया।