रायपुर/ कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी, कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाने के विवादस्पद मुद्दे पर गंभीर रूख अपनाते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू को एक पत्र भेजकर तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा की बीसीसीआई द्वारा ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को विफल करने का प्रयास है और सरकार द्वारा आक्रामक रूप से चीनी कंपनियों को भारत में रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के विपरीत है। सरकार द्वारा रेलवे, राजमार्ग आदि सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में चीनी कंपनियों की भागीदारी को प्रतिबंधित करने के साथ-साथ चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध भी लगाया गया है और ठीक इसके उलट चीनी ंविवेश वाली कम्पनी ड्रीम 11 को प्रायोजक बनाना एक विरोधाभास गलत कदम है जिसके संकेत ठीक नहीं होंगे ।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा की एक तरफ सरकार देश को चीनी कंपनियों के दुष्चक्र से मुक्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जबकि दूसरी तरफ, बीसीसीआई पूरी तरह से चीनी कंपनियों पर निर्भर है क्योंकि वीवो के बाद अब ड्रीम 11 भी ऐसी कंपनी है जिसमें प्रमुख रूप से चीनी निवेश है। श्री पारवानी ने श्री रिजिजू का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब लद्दाख की गलवान घाटी में चीनियों द्वारा बर्बर और घिनौनी हरकत से पूरा देश बुरी तरह से चीनी घटना से हताहत है। चीनी सेना द्वारा देश के 20 वीर पुत्रों की नृशंस हत्या कर दी गई और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने विभिन्न गैर-कानूनी बाधाओं को लागू करने सहित विभिन्न तात्कालिक उपायों को अपनाकर चीन को कड़ा जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है ऐसे में बीसीसीआई सरकार की व्यापक नीति की रूपरेखा के खिलाफ पूरी तरह से काम कर रहा है जो बेहद निंदनीय है ।
ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाना प्रधानमंत्री के लोकल पर वोकल के खिलाफ
