भाटापारा की बेटी अनमोल क्षत्री की मौत मामले में नगर पालिका अध्यक्ष अश्वनी शर्मा सहित सैकड़ों लोगों ने ससुराल वालों को कड़ी देने की मांग की 

भाटापारा। विगत दिनों भाटापारा की बेटी अनमोल क्षत्री की जबलपुर ससुराल में दहेज लोभी ससुराल वालों ने दूसरी मंजिल से धक्का देकर हत्या कर दी गई, जिसके विरोध में समाज एवं नगर में भारी आक्रोश के चलते भारत माता चौक में नगर पालिका अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, समाज अध्यक्ष इंदरलाल थारानी सहित सैकड़ो लोगों ने उपस्थित होकर मोमबत्ती जला कर दहेज के लालची ससुराल वालों को कड़ी सजा देकर अनमोल को इंसाफ दिलाने की मांग करते हुए दहेज प्रथा बंद हो, घरेलू हिंसा बंद हो और अनमोल को इंसाफ दो के नारे लगा कर महिलाओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
ज्ञात हो दो दिन पहले नशे की गलत लत, पैसे की हवस ने एक डेढ साल की मासूम बच्ची से उसकी माँ को छीन लिया। उक्त मामला शहर के गणमान्य नागरिक मुरली क्षत्री की शादी शुदा सुपुत्री मृतक अनमोल आहूजा उम्र 27 साल के साथ घटित हुआ मृतक के माता पिता ने बताया ससुराल वाले उसे लम्बे समय से प्रताड़ित कर रहे थे।

मृतक के माता भावना व पिता मुरली क्षत्रीय ने बताया कि उनकी सुपुत्री तीन साल पहले शादी होकर जबलपुर ससुराल गई शुरुआत मे सब ठीक था परंतु बाद मे उसके पति व उनके ससुराल वालो का रवैय्या बदलता गया,बिटिया को आये दिन प्रताड़ित करते थे तीन बार के आपसी समझौते के बाद विश्वास दिलाकर गलती नही दोहराने का विश्वास दिलाकर बिटिया को जबलपुर ले गया घटना की रात 12.30 काल आया कि ससुराल वाले प्रताड़ित कर रहे है जिस पर उन्हें सुरक्षा के नजरिये से चाचा ससुर के घर जाने की बात कही परंतु उसी रात डेढ बजे फोन आया कि मेरी सुपुत्री अस्पताल मे भर्ती है। ससुराल वाले आये दिन पैसे के मांग करते थे, मृतक के माता भावना व पिता मुरली क्षत्रिय ने बताया कि उनके पति विपुल आहूजा वल्द गिरिश व ससुराल वालों ने ही मेरी लडकी को जबदस्ती उपर के दूसरी मंजिल में ले जाकर नीचे धक्का दिया गया। जिससे युवती ने 6 जून को सुबह 10.30 बजे अस्पताल मे अंतिम सांस ली।

मृतक के भाई सुनील जोतवानी ने बेरहमी से उनके हत्या कर दिये जाने पर शासन प्रशासन से कड़ी से कडी कारवाई करने कि गुहार लगाई है उन्होंने गमगीन भर शब्दों मे कहा कि हमने अपनी बहेन को नाजो नाज के साथ पाला था जिसकी हत्या उनके पति व ससुराल वालों के द्वारा क्रूरता दिखातें हुये कर दी जबकि मृतक कि डेढ साल कि बच्ची भी है, जिसने अपनी मां को मुखाग्नि दी।