विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण का छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने किया विरोध, कहा- सेटअप 2008 के तहत हो युक्तियुक्तकरण

0  शिक्षकों का पद कम करना उचित नहीं 

रायपुर।  छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने शिक्षा विभाग के सेटअप 2008 में बदलाव कर प्राथमिक एवम पूर्व माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के पद कम करने का विरोध किया है । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय सह प्रवक्ता ललित कुमार बिजौरा ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षकों के पद कम होने से शिक्षा गुणवत्ता प्रभावित होगी। प्रदेश की शालाओं में आज भी 20 हजार रिक्त पद हैं । उन्होंने शासन से मांग की है कि पहले पदोन्नति एवम स्थानांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए , पश्चात सेटअप 2008 को आधार मानकर प्रक्रिया अपनाई जाए।
2008 के सेटअप के आधार पर प्राथमिक शालाओं में अधिकतम 60 दर्ज संख्या पर एक प्रधानपाठक सहित दो सहायक शिक्षकों को पदस्थ करने तथा मिडिल स्कूलों में एक प्रधानपाठक सहित पांच शिक्षक पदस्थ करने की मांग शासन से किया है । प्राथमिक एवम उच्च प्राथमिक स्तर पर बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है यदि विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण किया गया तो शिक्षकों की संख्या कम हो जाएगी एवम शैक्षिक गुणवत्ता प्रभावित होगी । जो विद्यालय शिक्षक विहीन है या जहां शिक्षकों की ज्यादा आवश्यकता है सिर्फ उन्हीं विद्यालयों में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया सेटअप 2008 के अनुरूप किया जाए । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय सह प्रवक्ता ललित कुमार बिजौरा ने बताया कि पूर्व में भी युक्तियुक्तकरण को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में स्कूल शिक्षा सचिव और डीपीआई संचालक को ज्ञापन सौंपकर मांग की जा चुकी है।