रायपुर/ 3 हजार से अधिक पात्र महिलाओं को महतारी वंदन योजना अंतर्गत एक भी किश्त का भुगतान नहीं होने का मामला आज विधानसभा में गूंजा। इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजावाड़े की तरफ से आए जवाबों पर असंतोष जताते हुए विपक्षी कांग्रेस विधायकगण सदन से वाक आउट कर गए।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी का प्रश्न था कि महतारी वंदन योजना हेतु वर्ष 2023-24 के मुख्य बजट, प्रथम अनुपूरक अनुदान मांग एवं व्दितीय अनुपूरक अनुदान मांग में कितनी-कितनी राशि का प्रावधान किया गया था? आवंटित बजट में से अब तक कितनी राशि प्रचार-प्रसार के किन-किन माध्यमों में कितनी-कितनी व्यय हुई? योजना प्रारंभ तिथि से 10 फरवरी 2025 तक पात्र हितग्राहियों को कुल कितनी किश्तों में, कितनी राशि का भुगतान किया जा चुका है? बजट में स्वीकृति प्रावधानित राशि के अनुसार योजना मद में कितनी राशि शेष बची है? योजना प्रारंभ तिथि से अब तक ऐसे पात्र हितग्राहियों की संख्या कितनी है, जिन्हें एक भी किश्त का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है?
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की ओर से जवाब आया कि महतारी वंदन योजना हेतु वर्ष 2023-24 के मुख्य बजट एवं प्रथम अनुपूरक अनुदान मांग में राशि का प्रावधान नहीं किया गया था। व्दितीय अनुपूरक अनुदान मांग में कुल राशि 1200 करोड़ 42 लाख का प्रावधान किया गया था। आंवटित बजट में से वर्ष 2023-24 में 1 करोड़ 98 लाख 45 हजार 614 रुपये प्रचार-प्रसार के माध्यम होर्डिंग्स, ब्रांडिंग, कट आउट, एलईडी स्क्रीन एवं प्रिंट मीडिया, विडियो स्पॉट आदि पर व्यय किए गए हैं। महतारी वंदन योजना अंतर्गत प्रारंभ से 10 फरवरी 2025 तक पात्र हितग्राहियों को कुल 12 किश्तों में भुगतान राशि रूपये 7 हजार 838.71 करोड़ का भुगतान अनुमोदित किया गया है। वित्त वर्ष 2024-25 में महतारी वंदन योजना अंतर्गत हितग्राहियों को सहायता राशि दिए जाने हेतु अनुदान मद में कुल रू. 7 हजार 876 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। 1 मार्च 2025 की स्थिति में 694 करोड़ का बजट शेष है। कुल 3 हजार 971 हितग्राहियों को अब तक एक भी किश्त का भुगतान नहीं हो सका है। इन हितग्राहियों को आधार का बैंक खाते से सीडिंग न होने, आधार असक्रिय होने, खाते पर रोक होने, खाता बंद होने, खाताधारक की मृत्यु दर्ज होने तथा दावा रहित खाता एवं अन्य तकनीकी कारणों से भुगतान नहीं हो सका है।
विक्रम मंडावी ने आरोप लगाया कि महतारी वंदन के नाम पर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने पूछा कि 3 हजार 971 हितग्राहियों को अब तक एक भी किश्त का भुगतान नहीं हुआ है। एक साल हो गया, इन्हें भुगतान क्यों नहीं हो पाया? मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि अब मैं कुछ बोलूंगी तो यही कहेंगे कि पूर्ववर्ती सरकार में चले जाते हैं। जो कमियां नज़र आ रही हैं उन्हें हम तत्काल दूर करेंगे। यह सुनते ही विपक्ष की तरफ से शोर शराबा शुरु हो गया। उमेश पटेल ने पूछा कि 3 हजार 971 लोगों को 12 में से एक भी किश्त नहीं मिली है। सारी किश्तें एक साथ देंगे या बोनस के साथ देंगे? इस पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े की तरफ से जो जवाब मिला उससे विपक्षी कांग्रेस विधायकगण संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।