दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में करियर विकास के लिये कार्यशाला का आयोजन
मनेन्द्रगढ़। शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में करियर विकास, कौशल विशेषज्ञता के विस्तारण एवं अन्य क्षेत्रों में ऑनलाइन कोर्स करवाने के लिये सुप्रसिद्ध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जोश टॉक्स के विख्यात वक्ता और संचार प्रशिक्षक सचिन ठाकुर के द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र- छात्राओं के आत्मविश्वास वृद्धि से संबंधित विचारों को स्पष्ट से व्यक्त करने में सहायता प्रदान करने के लिये विद्यालय परिवार ने सराहनीय कदम उठाते हुए श्री ठाकुर को मनेंद्रगढ़ में आमंत्रित किया जिससे सभी छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों को बिना झिझक एवं रुकावट के अंग्रेजी में वार्तालाप करने के लिये सक्रियता को बढ़ावा मिले। इसकी सहायता से सभी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं।सचिन ठाकुर द्वारा विद्यालय में तीन प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया गया। पहला विद्यार्थियों दूसरा अभिभावकों और अंतिम सत्र शिक्षकों के लिये तय था। उन्होंने अपने वक्तव्य में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला जिनमें से कुछ प्रमुख बिंदु बॉडी लैंग्वेज, सही शब्दों का प्रयोग, रोजाना अभ्यास,पॉइंट टू पॉइंट कारण सहित अपनी बातों को रखना इत्यादि रहे। सचिन ठाकुर 7000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण दे चुके हैं एवं 900 से ज्यादा ऑनलाइन तथा ऑफलाइन प्रशिक्षण सत्रों को आयोजित कर चुके हैं।बिहार के एक छोटे से शहर से अमेरिका में छात्रवृत्ति तथा ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके सचिन ठाकुर के इंस्टाग्राम में 32000 से ज्यादा फॉलोअर्स है। उन्होंने जोश टॉक बिजनेस स्टैंडर्ड, डेलीहंट,ज़ी न्यूज़ जैसे प्रतिष्ठत संस्थानों में काम किया है तथा उनके द्वारा लिखे गए आर्टिकल अमेरिका में बहुत प्रसिद्ध हैं। प्रशिक्षण सत्र के दौरान विद्यालय की निदेशिका श्रीमती पूनम सिंह एवं प्राचार्य डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी भी उपस्थित रहे। विद्यालय परिवार को दिए गए अपने संदेश में श्रीमती पूनम सिंह ने कहा कि सार्वजनिक भाषण से वक्तव्य देने की निपुणता आपको सब का विश्वास जीतने में मदद करती है। एक कुशल वक्ता सदैव प्रशंसनीय एवं विश्वसनीय होता है जो सभी को प्रेरित करता है। श्री ठाकुर द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अग्रेषित होकर हम सब व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।
सचिन ठाकुर ने अपने वक्तव्य में बताया कि कक्षा दसवीं में उन्होंने अपने एक शिक्षक को अपने पिता से अंग्रेजी में बात करते हुए देखकर उन्हें अपना गुरु और प्रेरक माना था जो आज इस विद्यालय में प्रतिष्ठित प्राचार्य के रूप में विद्यमान हैं और डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने स्वयं को डॉक्टर तिवारी का द्वितीय रूप बताया और डॉक्टर तिवारी का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षकों से से कहा कि आप भी विद्यालय के सभी बच्चों के प्रेरक और मार्गदर्शन बनकर उन्हें अपना प्रतिरूप बना सकते हैं। श्री ठाकुर अपने व्यस्ततम जीवन से समय निकालकर प्रथम बार किसी प्राइवेट विद्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिये उपस्थित हुए है।