रायपुर । हादेव एप मामले में ईडी की कस्टडी में बंद असीम दास ने अदालत में अपने बयान में ईडी के वक्तव्य से उलट बाते कही है। उसने अदालत को दिये अपने आवेदन में कहा है कि उसने जो कुछ किया वह शुभम सोनी के कहने पर किया। शुभम सोनी उसका बचपन का मित्र था उसने मुझको धोखे में रखकर इसमें फंसाया है। उसने किसी राजनैतिक दल के लिये कोई काम नहीं किया है। उसका शुभम सोनी से बचपन का संबंध था उसी ने उसे दुबई बुलाया तथा मोहरा बना कर अंधेरे में रख कर फंसाया तथा दुबई बुलाना, फिर वापस भेजना, फिर एयरपोर्ट पर गाड़ी भेजना, उसके बाद गाड़ी में पैसो का बैग बिना मेरी जानकारी के रखवाना फिर गाड़ी को होटल से जप्त करवाना, उसके बाद ईडी के द्वारा खुद अंग्रेजी में बयान लिखना तथा मुझसे बिना मेरी सहमति के बयान पर दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाया गया। मैं किसी राजनैतिक पार्टी के लिये कभी भी पैसा छोडऩे नहीं गया। ईडी ने रिमांड के दौरान भी मुझसे कोई पूछताछ नहीं किया है। जिस शुभम सोनी ने असीम दत्ता को मोहरा बनाया उसी का वीडियों भाजपा प्रेस कांफ्रेंस कर जारी करती है इससे साफ हो रहा कि ईडी, भाजपा, शुभम सोनी ने मिलकर यह सारा षडय़ंत्र रचा है।
सामने आया ईडी का षडयंत्र
असीम दत्ता के बयान के बाद राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि ईडी ने कुछ दिनों एक ड्राइवर को पकड़ा था, जिसके कथित बयान के आधार पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव एप्प से 508 करोड़ रू. लेने का आरोप लगाते हुये एक प्रेस नोट जारी किया था। इस आधार पर ड्राइवर असीम दत्ता का कथित बयान जारी किया गया। लेकिन उसी असीम दत्ता ने न्यायालय के समक्ष अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो बयान दिया है उससे इस मामले में ईडी षडय़ंत्र पूरी तरह से खुल कर सामने आया है।
चुनाव प्रभावित करने रचा षडयंत्र-
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ईडी का यह प्रेस नोट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था तथा चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिये किया गया षडय़ंत्र था। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक दुर्भावनापूर्वक प्रेस नोट जारी किया। इसमें ईडी ने सिर्फ एक आरोपी के फौरी बयान के आधार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बिना किसी प्रमाण के, बिना किसी जांच के पैसे लेने का प्रेसनोट हड़बड़ी में जारी कर दिया। ईडी के द्वारा जारी प्रेसनोट यह साबित करने के लिये पर्याप्त है कि यह भाजपा को एक चुनावी मुद्दा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से षडय़ंत्रपूर्वक जारी किया है।