पूर्व विधायक ने आरोपों के खिलाफ भेजी लीगल नोटिस, वर्तमान और  पूर्व विधायक हुए आमने-सामने

 

0 मृत्युंजय चतुर्वेदी द्वारा-

मनेंद्रगढ़। बीते दिनों मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जयसवाल ने पूर्व विधायक श्याम बिहारी जयसवाल के ऊपर फर्जी तरीके से 100 एकड़ जमीन हथियाने का आरोप लगाया है। जिस पूर्व पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने भाजपा कार्यालय चिरमिरी में आयोजित प्रेसवार्ता में अपने उपर वर्तमान विधायक डॉक्टर विनय जयसवाल द्वारा लगाए गए आरोपों को अपनी राजनीतिक हत्या का कुत्सित प्रयास बताया । इसके साथ ही विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल को आरोप सिद्ध करने की खुली चुनौती दे डाली है और कहा है कि वह सिद्ध करें कि जो आरोप मुझ पर लगाए गए हैं वह पूरी तरह से सही है या नहीं । अन्यथा खुले तौर पर माफी मांगे, अन्यथा मानहानी की कार्यवाही के लिए उन्हें बाध्य होना पड़ेगा। क्योंकि मैं खुद जानना चाहता हूं कि मेरे पास 100 एकड़ जमीन कहां कहां पर मौजूद है और कितनी जमीन मैंने लोगों की गलत तरीके से हासिल की है यह भी मैं जानना चाहूंगा ।और जिनकी जमीन मैंने हड़पी है आखिर वह व्यक्ति कहां है और यदि मैंने शासन की जमीन को गलत तरीके से अपना नाम कराया है तो वह जमीन कहां है ऐसे तमाम तरह के सवाल पूर्व विधायक ने वर्तमान विधायक के लिए ही खड़े कर दिए हैं जिसका जवाब शायद ही वर्तमान विधायक के पास मौजूद हो। उन्होंने आगे कहा की वर्तमान विधायक खुद सर से लेकर पांव तक आरोपों और आलोचनाओं में डूब हुए हैं फिर भी वह वहां से निकलने के बजाए और उसमें डूबते चले जा रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक विनय जायसवाल के द्वारा विगत दिनों रायपुर में प्रेसवार्ता के माध्यम से मेरे उपर आरोप लगाया गया था कि मेरे द्वारा विधायक रहते हुए आदिवासियों की लगभग 100 एकड़ जमीन अपने नाम कर लिया गया है। इसके खिलाफ मेरे लीगल टीम के द्वारा विधायक विनय जायसवाल को मानहानी का लीगल नोटिस भेजा गया है साथ ही थाना खड़गवां में झूठे आरोप लगाये जाने को लेकर मामला दर्ज किए जाने हेतु आवेदन किया गया है। लीगल टीम के द्वारा नोटिस के माध्यम से जवाब मांगा गया है कि मेरे द्वारा किस किस पंचायत में कितनी आदिवासी जमीनों अपने या अपने परिवार के नाम कराया गया है। उनके सभी दस्तावेज सार्वजनिक करें अन्यथा झूठे आरोप लगाने के खिलाफ मानहानी के प्रकरण का सामना करने के लिए तैयार रहें। मुझे काफी आश्चर्य है कि विगत साढ़े 4 सालों से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और विधायक विनय जायसवाल सत्ताधारी पार्टी के विधायक हैै। इसके बाद भी उनके द्वारा इतने वक्त बीत जाने के बाद अब झूठा आरोप लगा रहे है कि मेरे द्वारा 100 एकड़ आदिवासियों की जमीन अपने नाम करा ली गई है। जबकि वर्तमान समय में सत्ता का खुलेआम दुरूपयोंग कांग्रेस पार्टी कर रही है तो क्या यदि मेरे द्वारा गलत किया गया है तो प्रशासन से मेरे विरूद्ध मामला क्यों कायम करवाने से कतरा रहे है विधायक विनय जायसवाल? हकीकत यह है डॉ विनय जायसवाल के द्वारा चारो तरफ हर क्षेत्र में जो भी भ्रष्टचार हुआ है जिसके प्रमाणिक दस्तावेज सहित क्षेत्र का एक एक व्यक्ति इनके कारनामों को समझ चुका है साथ ही साथ विभिन्न सर्वे के आधार एवं आमजनमानस के सामने अपनी खिसकती जमीन व समाप्त होती लोकप्रियता को बचाने के लिए झूठा आरोप लगाकर अपनी लोकप्रियता को बढ़ाने में लगे है। उनके द्वारा मेरी राजनीतिक हत्या करने का कुतसित प्रयास कर रहे है। पूर्व विधायक ने यह भी कहा की आज सड़कों की निविदा निकल रही है और सड़कें बन नहीं रही हैं और पूरा पैसा आहरित किया जा रहा है,वर्तमान विधायक का पूरा परिवार ठेकेदारी में व्यस्त है और पूरा परिवार केवल ठेकेदारी कर ज्यादा से ज्यादा सत्ता का लाभ पाने के प्रयास में लगा है।

अभी जनता खासकर चिरमिरी की जनता कोरोना काल का सेनिटाइजर घोटाला भूली नहीं है जब पानी को सेनिटाइजर बताकर लोगों को बांट कर अपने परिवार की जेब भर रहे थे विधायक, जिसकी जांच हम आने वाले समय में कराएंगे।
पूर्व विधायक ने यह भी कहा की वर्तमान विधायक किस तरह सत्ता का दुरुपयोग अपने फायदे के लिए करते आए हैं इसका एक उदहारण तब देखने को मिला था जब इन्होंने पोड़ी बचरा में शराब दुकान खुलवाने का प्रयास किया था और जिसके लिए वह अपनी दुकान भी किराए पर देने जा रहे थे और केवल चंद पैसों के लिए वह यह प्रयास करे रहे थे। शराब दुकान का विरोध करने वाली क्षेत्र की महिलाओं के लिए वर्तमान विधायक के ही समर्थक ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और बाद में जिसके लिए उसे माफी भी मांगनी पड़ी थी।
मनेंद्रगढ़ क्लब बार में परिवार के लोग हैं सदस्य
पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने आगे कहा कि वर्तमान विधायक के परिवार के ही सदस्य क्लब बार में सदस्य हैं और जिसे लेकर यह भी बात सामने आई है की वहां अवैध शराब बेची जाती है वहीं इसके लिए वह विधानसभा में भी बड़ी बेशर्मी से लड़ते हैं जो सभी ने देखा है।