प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की कल रात 9 राउंड फायरिंग कर हत्या कर दी गई. ये हत्याकांड तब हुआ, जब पुलिस भारी सेक्योरिटी में उन्हें मेडिकल के लिए ले जा रही थी. बीच में अतीक और अशरफ मीडिया से बातचीत के लिए रुके थे, जब उनके सिर में गोली मार दी गई. दोनों के शवों का आज पोस्टमार्टम किया जाएगा। सरकार ने इस घटना के बाद अतीक अहमद की सुरक्षा में लगे 17 पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है।
सील किए गए प्रयागराज के बॉर्डर
अतीक अहमद और अशरफ के मर्डर के बाद प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात कर किए गए हैं. साथ ही प्रयागराज की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया. तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई और मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए. मुख्यमंत्री ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए. तीनों हमलावर मौके पर पकड़े गए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
हत्या से पहले तक अतीक अहमद को था डर- ‘मुझे मारना चाहते हैं’
साबरमती जेल से बाहर निकलने के बाद अतीक अहमद ने आशंका जताई थी कि उसकी हत्या की जा सकती है. उसे जेल से बाहर पुलिस वैन में लाया जा रहा था. उस दौरान उसने मीडिया से कहा, ‘हत्या, हत्या.’ जब उससे पूछा गया कि पुलिस वैन में सेफ्टी है, डर क्यों लग रही है? तो उसने कहा ‘मुझे इनका प्रोग्राम (योजना) मालूम है. हत्या करना चाहते हैं.’
2019 से जेल में बंद था अतीक अहमद
सपा पूर्व सांसद अतीक अहमद जून 2019 से साबरमती जेल में बंद था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, अतीक अहमद को उसके गृह राज्य (उत्तर प्रदेश) से साबरमती जेल स्थानांतरित कर दिया गया था.