बालको अपने प्रचालन क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए डिजिटल नवाचार को दिया बढ़ावा

 

बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) औद्योगिक सुरक्षा क्षेत्र में स्मार्ट प्रौद्योगिकी को अपनाने वाली भारत की चुनिंदा कंपनियों में से एक है। कार्यस्थल पर सुरक्षा संस्कृति को बढ़ाने के लिए कंपनी ने कई प्रयास किए हैं। बालको के ‘सुरक्षा संकल्प कुटुंब’ परियोजना में सेफ्टी डिजिटलाइजेशन मॉड्यूल के पांच बिंदुओं को शामिल किया गया है जिसका उद्देश्य श्रेष्ठ सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करना है। इसमें ऑगमेंटेड/वर्चुअल/ मिक्स्ड रिएलिटी ट्रेनिंग सेंटर, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस बेस्ड वीडियो एनालिटिक्स, सस्टेनेबिलिटी मोबाइल एप, कौशल विकास और निर्माण के उद्देश्य से जुड़े कार्यबल के लिए सुरक्षा मॉड्यूल पर ई-लर्निंग कोर्स, असुरक्षित क्रियाओं और स्थिति का स्वतः पता लगाना, डिजिटल सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देना तथा सुरक्षा संवाद और कार्यबल सुरक्षा, उत्पादकता में बढ़ोत्तरी तथा असुरक्षित क्षेत्रों की ट्रैकिंग शामिल हैं।
सिम्यूलेशन आधारित प्रशिक्षण तकनीक में वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी और मिक्स्ड रिएलिटी तकनीकों का मिश्रण है। इसकी मदद से प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को वास्तविक रूप से कार्य क्षेत्र में उपस्थित हुए बिना ही उस कार्य क्षेत्र से संबंधित सुरक्षा के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया जाता है। बालको पहले से ही अपने कर्मचारियों के लिए ऊंचाई पर कार्य के दौरान अपनाए जाने वाले सुरक्षा मानकों से संबंधित मॉड्यूल का प्रशिक्षण देने काम कर रहा है। साथ ही साथ संकरे स्थान, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, पीपीई का उपयोग, फॉर्कलिफ्ट ड्राइविंग, पैदल चलने के दौरान सुरक्षा और अग्निशामक उपकरणों के प्रयोग संबंधी प्रशिक्षण मॉड्यूल तैनात करेगा।
सुरक्षा क्षेत्र में कंपनी ने इंटरलॉकिंग के लिए एंड्रॉइड आधारित एप्लिकेशन को विकसित किया है। जिसका उद्देश्य प्लांट में 5,000 इंटरलॉक की मैपिंग के बाद विकसित एप्लिकेशन की मदद से बायपास किए गए इंटरलॉक की जोखिम रेटिंग और वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करना है। संयंत्र के विभिन्न स्थान जहां भारी वाहनों का आवागमन होता है वहां एलईडी लोगो/साइन प्रोजेक्टर को क्रॉसवॉक और सुरक्षा संकेत प्रदर्शन के लिए उपयोग किया जाता है। बालको ने कर्मचारियों के परिवार और स्थानीय समुदायों को उच्चतम सुरक्षा मानकों के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया है। इसके लिए संगठन कई सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है जिसमें सुरक्षित ड्राइविंग, अग्नि सुरक्षा और सड़क सुरक्षा पर जागरूकता के साथ रेट्रो रिफ्लेक्टिव सुरक्षा साइन बोर्ड स्थापित किया गया है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि ‘शून्य क्षति’ के दर्शन के अनुरूप कार्यस्थल को पूर्णतः सुरक्षित बनाने की दिशा में बालको निरंतर कार्यरत है। संयंत्र में बालको के प्रत्येक कर्मचारी को कार्यस्थल पर किसी भी असुरक्षित गतिविधि को रोकने का अधिकार है। औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण प्रबंधन के कार्डिनल नियमों को अपनाते हुए बालको परिवार के सदस्य सुरक्षित कार्यशैली के प्रोत्साहन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सभी की सहभागिता और औद्योगिक सुरक्षा को पुख्ता बनाने की दिशा में अत्याधुनिक डिजिटल तकनीकों को अपनाकर ‘सुरक्षा प्रथम’ कार्य संस्कृति की स्थापना में मदद मिली है।
औद्योगिक सुरक्षा के सराहनीय प्रबंधन के लिए बालको ने वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खदान) प्राप्त किए और सुरक्षा डिजिटलीकरण पर अपने ‘सुरक्षा संकल्प कुटुंब’ परियोजना के लिए 5वीं सीआईआई राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास प्रतियोगिता में प्लेटिनम विजेता घोषित किया गया।