आपकी बात: भारत जोड़ो यात्रा के ढाई दिन!

0 संजीव वर्मा
   कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के उत्तरप्रदेश प्रवेश की जमकर चर्चा है। जितनी चर्चा उनकी यात्रा के चार महीने में नहीं हुई है, उतनी उत्तरप्रदेश के करीब ढाई दिन की यात्रा में होने लगी है। शायद इस यात्रा का उत्तरप्रदेश की राजनीति में अपना महत्व हो सकता है, लेकिन जिस तरह से राजनीतिक घटनाक्रम हुए हैं, वह चौंकाने वाले है। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि राहुल गांधी देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश की सीमा को छूकर निकलेंगे और इतनी हलचल मच जाएगी। यहां यह बताना जरूरी है कि उत्तरप्रदेश में 75 जिले हैं, जिनमें से सिर्फ तीन जिलो में राहुल की यात्रा गई और 403 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 11 क्षेत्रों से गुजरी है। लेकिन इससे ही पूरी राजनीति राहुल के इर्द-गिर्द ही घूमने लगी है। जिस तरह से लोगों का हुजूम उमड़ा उसने विपक्षी पार्टियों को सोचने पर मजबूर कर दिया। जहां तक उत्तरप्रदेश का सवाल है तो सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा राहुल की आलोचना में ही मशगूल रही। उसे यह समझना होगा कि पदयात्रा के मायने क्या है? शायद वह समझ भी रही है, लेकिन, पर उपदेश कुशल बहुतेरे…! खैर, इससे परे राज्य की दो प्रमुख विपक्षी पार्टियां समाजवादी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने राहुल को उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। यह अच्छा संकेत है। इसके अपने मायने भी है। राजनीति में न कोई स्थायी दोस्त होता है न दुश्मन। इस लिहाज से देखा जाए तो कांग्रेस के लिए यह सकारात्मक है। राहुल गांधी ने यात्रा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव और मायावती दोनों को आमंत्रित किया था। हालांकि वे यात्रा में शामिल नहीं हुए लेकिन यात्रा की तारीफ कर शुभकामनाएं जरूर दी। वहीं, राष्ट्रीय लोकदल ने अपनी सहयोगी समाजवादी पार्टी से अलग न सिर्फ यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी बल्कि उनके कई नेता और कार्यकर्ता यात्रा में शामिल भी हुए। भारतीय किसान यूनियन के नेता और कार्यकर्ता भी राहुल के साथ यात्रा में जुड़े। कांग्रेस के लिए सबसे हैरान करने वाली बात दो बड़े हिन्दुत्ववादी शख्सियतों का राहुल को समर्थन और शुभकामनाएं रही। सबसे पहले रामजन्म भूमि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने पत्र लिखकर राहुल की यात्रा का समर्थन किया और यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। तो दूसरी ओर विश्व हिन्दू परिषद के बड़े नेता और रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने भी राहुल की यात्रा का समर्थन किया और शुभकामनाएं दी। उन्होंने तो यह भी कहा कि वे भगवान राम से प्रार्थना करेंगे कि वे राहुल को आशीर्वाद दें कि उनकी यात्रा सफल हो। उन्होंने राहुल को यात्रा को देशहित में बताया। नि: संदेश यह शुभकामनाएं राहुल के संकल्प को और मजबूत करेंगे। वैसे राहुल लगातार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमले कर रहे हैं। जबकि दूसरी और संघ के ही कई नेता यात्रा के समर्थन में उतर आए हैं। इसे राहुल की यात्रा का प्रतिफल भी कह सकते हैं। हालांकि भाजपा के नेता सवाल उठा रहे है कि देश टूटा कहा हैं, जो वे देश जोड़ने के लिए यात्रा कर रहे हैं। बहरहाल, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब तक प्रभावशाली रही है। जहां से भी यह यात्रा गुजरी लोगों ने उन्हें सर आंखों पर बिठाया। इस यात्रा ने यह भी दिखा दिया है कि जनता के बीच जाकर राजनीति करने का तरीका आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना पहले होता था। भले ही मीडिया में चाहे जो भी बातें सामने आ रही हों। लेकिन हमारा मानना है कि भारत जोड़ो जैसा असाधारण अभियान देश में पैदा हुई असाधारण परिस्थितियों के कारण शुरू हुआ है। इन परिस्थितियों का कोई त्वरित समाधान भी नहीं है। देश में आज जो माहौल बना है उसे लंबे संघर्ष से ही बदला जा सकता है, ताकि आम इंसान भी रोजमर्रा की समस्याएं राजनीति के केंद्र में लौट सके। शायद राहुल गांधी भी इसी सोच को लेकर यात्रा कर रहे होंगे। अभी उनकी यात्रा हरियाणा की सड़कों से गुजर रही है, जिसे कश्मीर तक जाना है। राहुल को हमारी भी शुभकामनाएं…!