गोधन न्याय योजना
प्रदेस म काली ले गोधन न्याय योजना सुरू होही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह जिला स्तर म होवइया कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन बर मंत्री, संसदीय सचिव अउ प्राधिकरण के अध्यक्ष मन ल जिम्मेदारी सौंपे हे। ए मन ल कारीकरम के प्रभारी बनाय गेहे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चैबे, नगरीय प्रसासन मंत्री डाॅक्टर शिवकुमार डहरिया अउ संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ह रईपुर जिला म होवइया कारीकरम म सामिल होही। उहें, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ल गरियाबंद, आबाकारी मंत्री कवासी लखमा महासमुंद, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव बलौदाबाजार-भाटापारा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत बालोद, वन मंत्री मोहम्मद अकबर राजनांदगांव, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल रायगढ़, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार कांकेर अउ स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ल कोरबा जिला म होवइया कारीकरम के प्रभारी बनाय गेहे। संगेसंग संसदीय सचिव अउ कतकोन प्राधिकरण के अध्यक्ष अउ उपाध्यक्ष मन ल घलो अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपे गेहे।
हरेली-पर्व
छत्तीसगढ़ के सभ्यता अउ संस्कृति म केन्द्रित लोक परब ‘हरेली‘ काली प्रदेसभर म मनाय जाही। सावन महीना के अमावस्या के दिन मनइया हरेली तिहार म किसान मन अपन कुल देवी-देवता, पशुधन अउ खेती म उपयोग होवइया औजार के पूजा करथे।
राज्यपाल अनुसुईया उइके अउ विधानसभा अध्यक्ष डाॅक्टर चरणदास महंत ह हरेली परब के बेरा म प्रदेसवासी मन ल बधाई अउ सुभकामना देहे। अपन संदेस म राज्यपाल ह किहीन कि छत्तीसगढ़ म हरेली तिहार म किसान मन अपन कृषि उपकरण अउ खेती किसानी के काम म सहयोग करइया पशुधन के पूजा-पाठ करके अच्छा फसल बर कामना करथे।
उहें, डाॅक्टर महंत ह अपन सुभकामना संदेस म किहीन कि ए परब ह छत्तीसगढ़ के किसान के प्रकृति, प्रेम अउ समर्पण ल प्रकट करथे।
इही बीच, हरेली तिहार म प्रदेसभर के गौठान म वृक्षारोपण के बिसेस अभियान चलाय जाही। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ह बतईन कि प्रदेस के चार सौ आठ गौठान म दू लाख चैरासी हजार पौधा लगाय जाही। ओमन किहीन कि ए दिन गौठान म आमा, बर, पीपर, नीम, अमली, आंवला, हर्रा, बहेड़ा अउ चिरौंजी प्रजाति के फलदार अउ लघु वनोपज आधारित पौधा के रोपण करे जाही। एखर ले पर्यावरण सुधार ल बढ़ावा मिलही अउ संगेसंग छायादार पेड़ के नीचे मवेशी मन ल राखे म घलो सुविधा होही। एखर ले गौठान म काम करइया स्व-सहायता समूह अउ व्यवसायिक गतिविधि के संचालन म लगे कतकोन लोगन ल घलो औषधि निर्माण के संघरा प्रसंस्करण ले जुड़े काम के बने अवसर मिलही।
निषेधाज्ञा कलेक्टर अधिकृत
प्रदेस म कोरोना संक्रमण के रोकथाम अउ नियंत्रण बर राज्य सरकार ह जिला कलेक्टर मन ल सहरी क्षेत्र म निषेधाज्ञा लगाय बर अधिकृत करे हे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अध्यक्षता म काली उंखर निवास म राखे गे उच्च स्तरीय बइठका म ए निरनय ले गेहे। एखर अनुसार कलेक्टर मन स्थानीय परिस्थिति ल देखत महामारी अधिनियम अउ धारा एक सौ चवालीस बर निषेधाज्ञा जारी कर सकही। एखर ले ग्रामीण क्षेत्र ल मुक्त राखे जाही। ए निषेधाज्ञा म कुछ वार्ड अउ सहर ल सामिल करे जाही। निषेधाज्ञा आदेस लागू करे के पहिली तीन दिन पूर्व नोटिस जारी करे जाही। एखर ले लोगन ल जरूरी वस्तु खरीदे म परेसानी नइ होही। ए निषेधाज्ञा सात दिन रइही अउ ए बेरा स्वास्थ्य, पेयजल आपूर्ति, साफ-सफई, बिजली अउ अग्निशमन के सेवा पूरा तरीका ले जारी रइही।
निषेधाज्ञा के समय कारखाना या निर्माण इकाई ल ससर्त काम करके अनुमति होही। ए दउरान कामगार मन म कोरोना संक्रमण के पुष्टि होय म इलाज अउ अस्पताल के खरचा संबंधित निर्माण इकाई ल उठाय बर पड़ही। एखर अलावा पेट्रोल पंप, अस्पताल, क्लीनिक, पशु चिकित्सा सेवा, दवई दुकान, दूध अउ सब्जी के दुकान पहिली जइसे खुले रइही। निषेधाज्ञा वाले क्षेत्र म परिवहन के अनुमति रात के समय दे जाही। ए दउरान मास्क पहिरना अउ आपसी दूरी के पालन करना जरूरी होही।
स्वास्थ्य मंत्री-टीका परीक्षक
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅक्टर हर्षवर्धन ह किहीन हे कि देस म कोरोना वायरस के टीका विकसित करे के दिसा म मनखे उपर परीक्षण सुरू होगे हे अउ कोरोना संक्रमण के खिलाफ संघर्ष निर्णायक दउर म पहुंच गेहे। एक ठिन ट्वीट म डाॅक्टर हर्षवर्धन ह किहीन कि टीका विकसित करे के परयास पाछु कई महीना ले चलत रिहीस हे अउ ए दिसा म सकारात्मक संकेत मिले हे।
स्वास्थ्य मंत्री ह बतईन कि भारत ह ए महामारी म पूरा तरीका ले नियंत्रण करे म सफल होही। ओमन यहू बतईन कि सुरू के परीक्षण म कोनों भी दुष्प्रभाव नइ आय हे। स्वास्थ्य मंत्री ह किहीन कि ए परीक्षण ह चैदह ठिन संस्थान म चलत हे अउ आईसीएमआर के वैज्ञानिक मन जम्मों आंकड़ा म नजर राखत हे।
स्वास्थ्य मंत्रालय-दिशा-निर्देश
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ह ओ आवासीय इकाई मन बर दिसा-निरदेस जारी करे हे। जे ह अपन परिसर म छोटे स्तर म कोविड देखभाल केन्द्र स्थापित करना चाहत हे। दिसा-निरदेस म केहे गेहे कि ए केन्द्र मन म मामूली लक्षण अउ संदिग्ध लक्षण वाले निवासी मनके संगेसंग बिना लक्षण वाले संक्रमित मनके घलो देखभाल करे जा सकही। दिसा-निरदेस के अनुसार ए केन्द्र ह सियनहा, दस बछर ले कम उमर के लइका, गर्भवती अउ दूध पिलइया माईलोगन अउ दूसर रोग ले ग्रस्ति संक्रमित मन बर नइ होही। ओमन ल समुचित कोविड अस्पताल म भर्ती करना होही।
दुर्ग थप्पड़/आत्महत्या
दुरूग जिला के चरौदा निवासी एक झिन महिला डहार ले पाछु दिन आत्महत्या करे जाय के मामला म महिला उप पुलिस अधीक्षक अउ ओखर संगवारी के खिलाफ अपराध दर्ज करे गेहे।
जानबा के मुताबिक उप पुलिस अधीक्षक ह अपन सहेली के संघरा मिल के चरौदा के आदर्श नगर म रहवइया चालीस बछर के महिला के संग मारपीट करे रिहीन। ए घटना के बाद महिला ह आत्महत्या कर ले रिहीस। ए मामला ल लेके चरौदा के स्थानीय लोगन ह चक्काजाम अउ प्रदर्सन घलो करीन, जेखर बाद डीएसपी अउ ओखर सहेली के खिलाफ कतकोन धारा म मामला दर्ज करे गेहे। फिलहाल आरोपी महिला डीएसपी फरार बताय जात हे। पुलिस ह मामला के जांच सुरू कर देहे।
माओवादी-गिरफ्तार
बीजापुर जिला के बेदरे थाना क्षेत्र म पुलिस ह छै झिन माओवादी ल गिरफ्तार करे म सफलता पाय हे। ए माओवादी मन ह पाछु तीन जुलाई के गाड़ी म आगजनी के घटना ल अंजाम दे रिहीस हे।
उहें, दंतेवाड़ा जिला के कटेकल्याण थाना क्षेत्र म माओवादी मन ह परचेली गांव के सात झिन मनखे मन संग मारपीट करीन। ए जम्मों गांव वाले मन ल अस्पताल म भर्ती कराय गेहे।
खूबचंद बघेल जयंती
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अउ साहित्यकार डाॅक्टर खूबचंद बघेल के आज जयंती हरय। ए बेरा म आज प्रदेसभर म कतकोन कारीकरम आयोजित करके डाॅक्टर बघेल ल श्रद्धांजलि अर्पित करे जावत हे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह अपन रईपुर के निवास कार्यालय म राखे गे कारीकरम म डाॅक्टर बघेल के चित्र म फूल चढ़ाके ओमन ल श्रद्धांजलि दीन। ओमन किहीन कि छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलन ल गति दे म डाॅक्टर बघेल के निर्णायक भूमिका रेहे हे।
शहीद वीरनारायण सिंह-संग्रहालय
नवा रईपुर म सहीद वीरनारायण सिंह संग्रहालय बनाय जाही। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ह ए संग्रहालय के निर्माण बर चयनित जघा के पाछु दिन निरीक्षण करीन। नवा रईपुर स्थित आदिम जाति अनुसंधान अउ प्रसिक्षण संस्थान अउ ट्राईबल म्यूजियम के आगू लगभग दस एकड़ क्षेत्र म ए संग्रहालय के निर्माण करे जाही। इहां सहीद वीर नारायण सिंह के स्वतंत्रता संग्राम म दे गे उंखर योगदान के संघरा उंखर संपूर्ण जीवन वृत्त के चित्रण करे जाही।
उहें, रईपुर के आदिम जाति अनुसंधान अउ प्रसिक्षण संस्थान के संग्रहालय म अब आदिवासी समुदाय के कला संस्कृति अउ जनजीवन ले जुड़े सामग्री के झलक देखे ल मिलही।
