पीएम ने मनरेगा को राजकोष पर बोझ बताया, वह इसकी गहराई नहीं समझ पाए- राहुल

वायनाड/ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को वायनाड में मनरेगा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि UPA की सरकार ने MGNREGA को संकल्पित, विकसित और लागू किया था। मुझे याद है जब इसका पहली बार उल्लेख किया गया था तब हमें काफी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था। नौकरशाहों, व्यवसायियों ने कहा था कि यह पैसे की बर्बादी है।

राहुल गांधी ने कहा, “जब मैंने लोकसभा में प्रधानमंत्री को मनरेगा के खिलाफ बोलते हुए सुना तो मैं चौंक गया था। उन्होंने इसे UPA की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था। उन्होंने इसे राजकोष पर एक बोझ बताया था। इससे मुझे एहसास हुआ कि प्रधानमंत्री वास्तव में मनरेगा की गहराई को नहीं समझ पाए हैं।”

राहुल गांधी ने कहा, “मैं कोविड के दौरान देख रहा था जब हजारों की संख्या में लोग बेरोजगार हुए वहीं मनरेगा ने लोगों को बचाया था। PM ने उस समय मनरेगा पर कोई सवाल नहीं उठाया, क्योंकि यह स्पष्ट हुआ जो उन्होंने UPA की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था उसी चीज ने भारत को कोविड के समय बचाया।”