नई दिल्ली: राजस्थान में राजनीतिक संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीति में खरीद-फरोक्त ठीक नहीं है, दिल्ली में लोकतंत्र खत्म करने वाली सरकार बैठी है। सरकार गिराने के षडयंत्र में डिप्टी सीएम भी शामिल थे, हमारे यहां डिप्टी सीएम ही डील कर रहा था। गहलोत ने हमला जारी रखते हुए कहा, कोई आदमी अच्छी अंग्रेजी बोलता है। अच्छा दिखता है और अच्छी लाइफ स्टाइल है, इससे सब कुछ नहीं होता. आपकी नीयत क्या है, यह सबसे महत्वपूर्ण है। थाली में रखी सोने की छुरी पेट में खाने के लिए नहीं होती।
गहलोत ने कहा कि जयपुर में कुछ दिन पहले ही विधायकों की खरीद-फरोख्त का काम जारी था। हमारे पास इस बात के सबूत हैं। अगर हमने १० दिन पहले विधायकों को होटल में न रखा होता, तो आज जो मानेसर में हो रहा है वो यहां भी हो रहा होता। उन्होंने कहा कि पायलट व उनके साथ गए अन्य मंत्रियों विधायकों को मौका दिया गया लेकिन वे न तो सोमवार व न ही मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आए। पायलट व उनके समर्थक विधायकों के हरियाणा के एक होटल में जमा होने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, सचिन पायलट के हाथ में वहां कुछ भी नहीं हैं। वो तो खुद ही, पूरा कुनबा भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं …जो रिजार्ट की व्यवस्था भाजपा की है, प्रबंधन भाजपा का है।
उन्होंने कहा कि हमारी पीढ़ी के नेताओं ने जमकर मेहनत की, इसीलिए हम ४० साल बाद जिंदा हैं लेकिन पार्टी ने सब कुछ दिया। उसके बावजूद पार्टी के खिलाफ साजिश में शामिल हैं। हमारे कुछ साथी बीजेपी के जाल में फंसे हैं। उन्होंने कर्नाटक, मध्यप्रदेश में धनबल के आधार पर जो कुछ भी खेल खेला था राजस्थान में भी वो लोग वही करना चाहते थे। खुला खेल था….और मैं समझता हूँ कि खुले खेल में वो लोग मात खा गए। केंद्र सरकार की नरेंद्र मोदी सरकार व भाजपा पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा, आजादी के बाद पहली बार ऐसी सरकार आई है जो धनबल के आधार पर देश के अंदर सरकारों को तोड़ रही है, मरोड़ रही है और गिरा रही है।