बोरवाय में भक्त शिरोमणि माँ कर्मा माता की जयंती धूमधाम से मनी, मुख्यमंत्री के ओएसडी आशीष वर्मा ने कहा-माता जी के बताये रास्ते पर चलकर ही खुशहाल समाज व प्रदेश का निर्माण संभव

जामगांव।  पापमोचनी एकादशी के पावन अवसर पर ग्राम बोरवाय में स्थानीय साहू समाज द्वारा करुणामयी भक्त शिरोमणि माँ कर्मा माता की 1006 वीं जयंती बड़े धूमधाम से भक्तिमय वातावरण में मनाई गयी। माता कर्मा जयंती के सुअवसर पर अनेक धार्मिक अनुष्ठान किये गये। ग्राम की ख़ुशहाली, समृद्धि के लिये कलश यात्रा निकाली गयी। तदुपरांत विधिविधान पूर्वक माता जी की पूजा अर्चना कर महाआरती उपरांत महाप्रसादी का वितरण किया गया।

भक्त माता कर्मा जयंती अनुष्ठान में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  के ओएसडी आशीष वर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू ने की। विशिष्ट अतिथि जनपद सभापति  रूपचंद साहू, रूपेंद्र शुक्ला, डॉ गुलाब साहू, सरपंच ग्राम बोरवाय, भूषण लाल साहू, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय प्रकाश चंद्राकर, श्रीमती चित्रलेखा साहू, भागवत साहू, रोशन साहू, ओंकार साहू, एवमं भोज राम साहू थे।वात्सल्यमयी अटूट भक्ति एवमं श्रध्दा की देवी भक्त माता कर्मा की जयंती के दिव्य अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी आशीष वर्मा ने माता कर्मा  के चरणों में प्रणाम करते हुऐ कहा कि माता जी का सम्पूर्ण जीवन योगेश्वर वासुदेव श्री कृष्ण की भक्ति में समर्पित था। माता जी की भक्ति इतनी शाश्वत थी कि भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें माता मानकर माता जी के बनाये खिचड़ी से तृप्ति हुए थे। माता कर्मा का जीवन चरित्र युगों युगों तक सेवा समर्पण एवमं भक्ति के लिये लोगों को प्रेरणा एवमं सदमार्ग दिखाता रहेगा। माता जी की भक्ति ने ये सिद्ध कर दिया कि यदि आपमें अटूट भक्ति एवमं श्रद्धा है तो भगवान का साक्षात्कार भी सहज ही संभव है। अपितु भगवान भी आपके बिना अधूरा है। उड़ीसा के जगन्नाथपुरी धाम में प्रतिदिन लगने वाला प्रथम भोग खिचड़ी ही इसका साक्षात प्रमाण है। साहू समाज अपने समाज की संस्कृति, रीति-रिवाजों को बखूबी संजोकर रखे हैं। साहू समाज के लोग आज सभी क्षेत्रों में अपनी योग्यता सिद्ध कर क्षेत्र व राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। माता जी के बताये रास्ते पर चल कर ही हम खुशहाल समाज एवमं प्रदेश का निर्माण कर सकते हैं।

इस अवसर पर पिंटू साहू, महेश साहू, संतोष साहू, हरप्रसाद साहू, सुरेश कुमार, टेकराम साहू, योगेश साहू, खिलेश्वर कामरे, अखिलेश साहू, नरेंद्र देव प्रसाद, गन्नू राम, अमित विश्वकर्मा, गणेश गरुजी, भेल चन्द्राकर, चुनेश साहू, दयालु राम साहू, ओंकार साहू, मोहित राम, बेनु राम कामरे, भोजराम, टीकम प्रसाद, जितेंद्र साहू, खेलू राम, डेरहा साहू, विष्णु लव कुमार, देव कुमार, अशोक साहू, शुभम साहू नीतीश, संतोषी साहू, नूतन साहू, भूमिका साहू, उर्मिला कामरे, रोहिणी साहू, कस्तूरी साहू, मीना साहू, टामिन साहू, नवीन साहू, इंदु साहू, राजेश्वरी साहू, जानकी बाई, कश्मीर, उर्वशी बाई, चित्रलेखा साहू, मान साहू, ईश्वर जोशी, गीतू देवांगन, दयाराम चंद्राकर, भारत देवांगन, गेंदलाल चंद्राकर, राधेश्याम टंडन, दीनदयाल विश्वकर्मा, पप्पू चंद्राकर, राम तिवारी, रोहित ठाकुर, जीवन ठाकुर, चंद्रशेखर देवांगन, गणेश टंडन, टोपी सिंह गुरुपरख, अरुण तिवारी, रोहित ढीमर, दुष्यंत जोशी, ऋषि यादव सहित स्थानीय ग्रामीण, साहू समाज के पदाधिकारी और कांग्रेसजन उपस्थित रहे।