0 मजदूरों की राशि में भ्रष्टाचार व बंदरबांट का आरोप
0 अजय, नारायण, शिवरतन, कौशिक, ने भी की जांच की मांग
रायपुर/ भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल से संबंधित 36 योजनाओं में कितने श्रमिकों को लाभ दिया गया, और कितनी राशि खर्च की गई का प्रश्न उठाते हुए सदन में आज बृजमोहन अग्रवाल ने मजदूरों की राशि पर कुंडली मार कर भारी भ्रष्टाचार व राशि की बंदरबांट करने के गंभीर आरोप सरकार पर लगाए। इस प्रकरण में जांच की मांग कर दी। सरकार की तरफ से पहल नहीं होने पर असंतुष्ट भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया। मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि मैं जवाब दे रहा हूं , लेकिन विपक्ष सुनना नहीं चाहता इसीलिए बाहर जा रहे हैं।
बृजमोहन अग्रवाल ने मूल सवाल में पूछा था कि 1 जनवरी 2019 से 10 फरवरी 2022 तक कौन कौन सी योजनाएं चालू थीं ,और कितने आवेदन प्राप्त हुए, कितनों को सामग्री प्रदाय की गई ,सुरक्षा उपकरण दिए गए, कुल कितनी सामग्री का वितरण किया गया , सामग्री वितरण नहीं की गई तो कौन जवाबदार है ? मंत्री शिव डहरिया ने सदन में बताया कि कुल 6,27,19,873 राशि की सामग्री का वितरण किया गया है। यह भी बताया कि लॉक डाउन के कारण वित्त विभाग ने योजनाओं को आगामी आदेश तक स्थगित करने का पत्र जारी किया जिसके कारण योजनाओं लाभ प्रदान नहीं किया जा सका। बृजमोहन ने मजदूरों की राशि पर वित्त विभाग के अधिकार पर प्रश्न उठाया कि उन्हें अधिकार नहीं। इस राशि का उपयोग कोरोना काल में मजदूरों के खातों में पैसा भेजने में करके राहत पहुंचना था ,पर सरकार ने यह नहीं किया। आपने मिनी माता कन्या विवाह योजना को बन्द करके उनका अपमान करने का काम किया है। ये सरकार मजदूर विरोधी सरकार है। ठीक से जवाब नहीं आने पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मंत्री जी दूसरी बातों में बीच बीच में खड़े होकर बहुत बोलते हैं , लेकिन अपने विभाग के प्रश्न पर जवाब नहीं दे रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल के इस प्रश्न पर अनेक पूरक प्रश्न खड़े करते हुए अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल , शिवरतन शर्मा ,धरमलाल कौशिक ने भी मामले की गंभीरता का अहसास सदन को कराया। जांच की मांग का समर्थन किया, और सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुए भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।